पीरियड के दौरान महिलाएं को रोकना होगा: पंडालम राज परिवार
वहीं दूसरी ओर पंडालम राज परिवार के सदस्य शशि कुमार वर्मा ने भी गुरुवार को ही पिनराई से मुलाकात की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार प्रत्यक्ष रूप से कानूनन कुछ नहीं कर सकती। इसी आधार पर मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा है कि आप महिलाओं को रोकने संबंधी कार्रवाई कर सकते हैं और उन्हें सलाह दे सकते हैं कि वह यहां न आएं। वर्मा ने कहा कि अब हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पीरियड (माहवारी) के दौरान महिलाएं पवित्र सबरीमला मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएं।
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विपक्ष बोला- अपनी बात पर कायम विजयन
यूडीएफ और बीजेपी नेताओं ने कहा कि उनके पास बैठक से वॉक आउट करने के सिवा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि विजयन इस बात पर कायम हैं कि सरकार शीर्ष अदालत के आदेश का अनुपालन करेगी। विजयन ने बैठक के आरंभ में जो बात कही उसी पर वह अंत तक कायम रहे। उन्होंने कहा कि देश का कानून आस्था से ऊपर है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अपने 28 सितंबर के उस आदेश पर रोक लगाने से मना कर दिया जिसमें अदालत ने कहा था कि अब तक प्रतिबंधित 10-50 साल की उम्र की महिला समेत सभी महिलाओं को मंदिर में दर्शन की अनुमति दी जाती है।
शुक्रवार से सबरीमला में दो महीने का महामहोत्सव
बता दें कि सबरीमला में दो महीने चलने वाला महा महोत्सव सीजन शुक्रवार को शाम पांच बजे शुरू होने जा रहा है। यह महोत्सव 20 जनवरी तक चलेगा। केरल पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा गुरुवार की सुबह सबरीमाला पहुंचे और वहां उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। शहर के भीतर और बाहर 5,000 पुलिस बल को तैनात किया गया है।