औद्योगिक उत्पादन में गिरावट
दूसरी तरफ नवंबर में औद्योगिक उत्पादन में गिरावट आई है। अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) दर 2.2 फीसदी रही, जो पिछले महीने में 3.8 फीसदी थी। नवंबर महीने का महंगाई आंकड़ा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 4 फीसदी के मीडियम टर्म टारगेट से अधिक है।
अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ 3 माह के नीचले स्तर पर आकर 2.2 फीसदी रह गई। यह ग्रोथ सितबंर में 4.1 फीसदी थी। यह जानकारी सेंट्रल स्टेटिस्टिकल ऑफिस ने दी है। गिरावट का सबसे बड़ा कारण अक्टूबर में कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर का निराशाजनक प्रदर्शन रहा है। पिछले साल अक्टूबर में अक्टूबर में औद्योगिक ग्रोथ 4.2 फीसदी रही थी। अप्रैल से अक्टूबर 2017 के दौरान यह ग्रोथ 2.5 फीसदी रही, जो इसके एक साल पहले इसी समय के दौरान 5.5 फीसदी थी। औद्योगिक उत्पादन में गिरावट की बड़ी वजह रही कंज्यूमर ड्यूरेबल्स ग्रोथ माइनस में जाना। अक्टूबर में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स ग्रोथ -6.9 फीसदी रही जो एक साल पहले 1.5 फीसदी थी।
खाने-पीने के सामान ने खुदरा महंगाई दर बढ़ाने में सबसे बड़ी भूमिका अदा की। सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि नवंबर के महीने में खाने-पीने के सामान की खुदरा महंगाई दर 4.42 फीसदी रही जबकि अक्टूबर में ये 1.9 फीसदी थी। केवल सब्जियों की बात करें तो वहां नवंबर के महीने में खुदरा महंगाई दर 22.48 फीसदी रही, वहीं फल के मामले में ये दर 6.19 फीसदी रही। परेशानी अंडे के मामले में भी दिखी जहां खुदरा महंगाई दर करीब आठ फीसदी रही। चीनी की मिठास पर भी महंगाई का असर जारी रहा। नवंबर के महीने मे चीनी और कनफेक्शनरी के लिए खुदरा महंगाई दर 7.8 दर्ज की गई। चीनी में लगातार तेजी बनी हुई है और आगे भी इसमें कमी के आसार दिख नहीं रहे।
जून : 1.46 %
जुलाई: 2.36 %
अगस्त : 3.28%
सितंबर: 3.28 %
अक्टूबर: 3.58 %
नवंबर: 4.48 %