मिली जानकारी के मुताबिक खुफिया एजेंसी ने हमले के आतंकी सरगना गाजी की लोकेशन ट्रेस कर ली गई है। बताया जा रहा है कि आतंकी अब्दुल राशिद गाजी को जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर ने भेजा था। सुरक्षा बल अब आतंकी गाजी की तलाश में जुट गए हैं। इसको लेकर पुलवामा के 25 किलोमीटर के दायरे में सर्च अभियान भी शुरू कर दिया गया है। टेलीग्राम मैसेज से लेकर पिछले 48 घंटे में किए गए सभी कॉल की डिटेल को भी खंगाला जा रहा है। एजेंसियों का मानना है कि इससे उन्हें आतंकियों को अहम सूत्र हासिल हो सकते हैं।
जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुए करीब 70 आतंकियों में से आदिल अहमद डार कैटेगरी सी का आतंकी था। डार ने ही गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले में शामिल वाहन से विस्फोटक से भरी कार का टकरा कर आतंकी हमले को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि आदिल अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। वह तभी से घाटी में बड़े आतंकी हमले की फिराक में था।
सुरक्षाबलों का कहना है कि आदिल को कुछ दिनों पहले एक ऑपरेशन के दौरान घेर भी लिया गया था, लेकिन वह किसी तरह बच निकला था। डार ने इस वीडियो में ऐलान करते हुए सरकार के प्रति अपनी नफरत को दिखाया है। इसमें उसने बाबरी मस्जिद के मुद्दे को भी उठाया है। इस वीडियो से साफ है कि इस हमले से पहले उसका ब्रेनवॉश किस हद तक किया गया था।
आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में लगातार छापेमारी की जा रही है। 6 लोगों को सिंबू नबल और लारू क्षेत्र से जबकि एक व्यक्ति को रामू गांव से हिरासत में लिया गया है। ये कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के जांचकर्ताओं की टीम के जम्मू-कश्मीर में पहुंचने के बाद की गई। एनआईए की टीम जम्मू-कश्मीर की पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के विशेषज्ञों की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची।