नीरव मोदी के वकील की दलील इससे पहले इस मामले में भारत सरकार का पक्ष रखते हुए क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने कहा कि नीरव मोदी फरार हो सकता है। इसके बाद नीरव मोदी के वकील क्लेयर ने कोर्ट में जज के सामने कहा कि नीरव मोदी पेशे से हीरा कारोबारी है, वह कोई पेशेवर अपराधी नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि नीरव अपने कारोबार में ईमानदार और विश्वसनीय माने जाते हैं, लेकिन नीरव मोदी के खिलाफ भारत सरकार जिस तरह दलील दे रही है वह सही नहीं है। मोदी के वकील ने कहा कि नीरव मोदी ने ना तो गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया है और ना ही धमकाने का।
नीरव मोदी के वकील क्लेयर की दलील पर जज ने कहा कि मैं मान सकता हूं कि उनकी इच्छा ऐसी नहीं होगी, लेकिन ऐसा संभव है। नीरव के वकील ने आगे कहा कि स्विट्जरलैंड और अन्य स्थानों पर उनकी संपत्ति फ्रीज की गई है।
भारत की तरफ से रखी गई दलील भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाली क्राउन प्रॉसीक्यूशन ने कहा, ‘अगर प्रत्यर्पण के मामले की सुनवाई के दौरान नीरव को बेल दी जाती है तो कोई बात नहीं है, लेकिन अगर अभी बेल दी गई तो यह सही नहीं होगा। नीरव के खिलाफ गंभीर और संगीन आरोप हैं।’
मामले की सुनवाई कर रहे जज ने स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने इस बारे में यह समझा है कि डमी पार्टनर का इस्तेमाल कर लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग जारी किया गया और पैसा अलग-अलग कंपनियों को भेजा गया। क्राउन प्रॉसीक्यूशन ने इसकी पुष्टि की।
क्या है आरोप बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी पीएनबी के साथ दो अरब डॉलर तक की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी है। धोखाधड़ी मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद सीबीआई ने नीरव की तलाश शुरू कर दी थी। लेकिन कुछ दिनों बाद पता चला की की नीरव लंदन भाग गया है। उसने मुकदमा दर्ज होने से पहले ही देश छोड़ दिया था।