कौन है अली? अली 2014 से ही कश्मीर घाटी में सक्रिय था। तब से लेकर अब तक उसे सुरक्षा बलों को उसकी तलाश थी। इसे मौजूदा समय में घाटी का सबसे पुराना सक्रिय आतंकी माना जाता था। अली इसी साल की शुरुआत में सोपोर में हुए आईईडी ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था, इस घटना में राज्य पुलिस के चार जवानों की हत्या हो गई थी। इसके अलावा भी कश्मीर घाटी के कई बड़े हमलों में इसका हाथ बताया जाता है।
वैष्णोदेवी में बढ़ाई गई थी सुरक्षा इन दोनों ही आतंकियों की मौत को जैश-ए-मोहम्मद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सैन्य कार्रवाई के दौरान नौ जवानों के घायल होने की भी खबर मिली है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सभी को मामूली चोटें आई हैं। इस घटना के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और जम्मू क्षेत्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। झज्जर कोटी चौकी से जांच कराकर निकले ट्रक में छुपे इन आतंकियों के जंगल में भागने के बाद से माता वैष्णोदेवी कटरा में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।