वहीं, गिरफ्तार होने के बाद बुधवार को वेस्टमिनिस्टर कोर्ट में नीरव मोदी की सुनवार्इ के दौरान उसकी बेल याचिका को खारिज कर दिया गया है। कोर्ट ने कहा है कि नीरव मोदी को 29 मार्च तक जेल में ही रहना होगा। बता दें कि वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने 13 मार्च को नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसके बाद उसे बुधवार को गिरफ्तार किया गया। भारत सरकार ने इसे एक बड़ी जीत बताया है। वहीं नीरव मोदी की गिरफ्तारी की खबर से बीजेपी काफी उत्साहित है।
वहीं, जयवाला एंड कंपनी एलएलपी ब्रिटेन के संस्थापक वरिष्ठ साझेदार सरोश जयवाला ने कहा, ‘13,500 करोड़ रुपए के
पीएनबी घोटाले में मोदी को प्रत्यर्पित करने के लिए वारंट जारी करना पहला कदम था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी वारंट से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि अदालत इस बात से संतुष्ट है कि याचिका में जो बात बताई गई है वह एक प्रत्यर्पण से संबंधित अपराध है। हालांकि प्रोटोकोल के मुताबिक, स्कॉटलैंड यार्ड तब तक प्रत्यर्पण आग्रह को नहीं देखेगा, जब तक आरोपी को अदालत के समक्ष पेश नहीं किया जाएगा।