Mumbai Building Collapse: राहत-बचाव कार्य में जुटी NDRF की टीम
संकरी गली होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी
पीएम से लेकर राष्ट्रपति ने जताया दुख
मुंबई बिल्डिंग हादसा: मरनेवालों की संख्या पहुंची 14, कल गिरी थी 4 मंजिला इमारत
नई दिल्ली।मुंबई बिल्डिंग हादसे ( mumbaibuilding collapse ) में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 40 लोगों के अब भी इमारत के मलबे में दबे होने की आशंका है। मौके पर एनडीआरफ ( NDRF ) की टीम राहत-बचाव कार्य में जुटी है। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। वहीं, 9 घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया है। सभी घायलों को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इधर, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मृतकों के परिजन के लिए पांच-पांच लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही घायलों को पचास-पचास हजार रुपए सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा सीएम ने कहा कि सभी घायलों का इलाज सरकारी खर्चे से होगा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को बैठक बुलाई है। इस बैठक में बिल्डिंग हादसे पर चर्चा की जाएगी। बैठक में भवन निर्माण मंत्री आरवी पाटिल, बीएमसी के अधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे।
संकरी गली होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी इमारत संकरी गली में होने के कारण राहत-बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। गली में फायर ब्रिगेड के वाहन भी नहीं जा पा रहे हैं।
पीएम से लेकर राष्ट्रपति ने जताया दुख इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक ने दुख जताया है। पीएम ने कहा कि मुंबई के डोंगरी में इमारत ढहने की घटना पीड़ादायक है।
मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र सरकार, NDRF और स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव अभियानों में जुटे हुए हैं।
वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मुंबई हादसे पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई में इमारत ढहने से होने वाली मौतों के बारे में जानकार दुखी हूं। पीड़ित परिजनों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों को जल्द से स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राष्ट्रपति ने कहा मौके पर राहत-बचाव कार्य जारी है और स्थानीय प्रशासन भी प्रभावित लोगों की हर संभव में मदद कर रहा है।
बताया जा रहा है कि यह बिल्डिंग करीब सौ साल पुरानी थी। बिल्डिंग के नीचे दुकानें बनी थीं, जबकि ऊपरी मंजिलों पर लोग रहते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इमारत का आधा हिस्सा जर्जर हो गया था। इमारत गिरने की तेज आवाज दूर-दूर तक फैल गई थी। धूल का गुबार उड़ा। सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए और मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
वहीं, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जांच के आदेश दे दिए हैं। NDRF की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी है। हालांकि, इस दर्दनाक घटना से आसपास के इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।