मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भारी और भारी से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई गई है। पश्चिम बंगाल के गंगा तट वाले क्षेत्र में मानसून जबरदस्त मेहरबान रहेगा। वहीं बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और समीप के पश्चिम बंगाल और उत्तरी तटीय ओडिशा पर भारी दबाव के कारण भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ने की संभावना है और यह दीघा के समीप पश्चिम बंगाल के तट को पार कर जाएगा। फिर वह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में चला जाएगा।
हिमाचलवासियों को अभी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 30 सितंबर तक मानसून सक्रिय रहेगा। प्रदेशभर में शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। पिछले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश से भूस्खलन के कारण 57 सड़कें बंद हैं। इनमें शिमला जोन में 29, मंडी जोन की 11 व कांगड़ा जोन की 17 सड़कें शामिल हैं। बारिश के कारण लोक निर्माण विभाग को 713 करोड़ 72 लाख का नुकसान हो चुका है। मौसम विभाग ने ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन व सिरमौर में भारी बारिश की संभावना जताई है।
ओड़िशा में बीते दिन हुए जोरदार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। गुरुवार को भी यहां जमकर बदरा बरसे इससे कई जगह जल भराव की स्थिति बन गई। यातायात से लेकर लोगों तक सबकुछ खासा प्रभावित रहा। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दवाब के क्षेत्र की वजह से शुक्रवार तक भारी बारिश होने का अनुमान है। कटक प्रशासन ने गुरूवार को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने की घोषणा की।
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश में मानसून अभी मेहरबान ही रहेगा। अगले 24 से 36 घंटे इन राज्यों के कई इलाकों में जोरदार बारिश की संभावना है।