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एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अरोड़ा खुद सोमवार की सुबह पूछताछ के लिए पेश हुआ। दिल्ली की अदालत ने शुक्रवार को मनोज अरोड़ा को गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा दी थी और उसे एजेंसी की जांच से जुड़ने के लिए कहा था। बता दें कुछ दिन पहले मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने मनोज अरोड़ा के ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी करने की अदालत से मांग की थी। याचिका में ईडी ने दावा किया है कि मनोज अरोड़ा रॉबर्ट वाड्रा के करीबी सहयोगी हैं।
ईडी ने किया ये दावा
रॉबर्ट वाड्रा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई हैं। बता दें कि ईडी का दावा है कि अरोड़ा रॉबर्ट वाड्रा मामले में महत्वपूर्ण व्यक्ति है। उसे विदेशों में वाड्रा की अघोषित संपत्तियों की पूरी जानकारी है। यही नहीं इस तरह की संपत्तियों के लिए धन की व्यवस्था करने में उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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क्या है मामला
ईडी के मुताबिक, लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वायर में संपत्ति खरीदने के लिए यूएई से धन के प्रवाह का इस्तेमाल किया गया। जांच में सामने आया की इस संपत्ति का कथित तौर पर मालिकाना हक वाड्रा के पास है। एजेंसी ने कहा कि इस मामले में काला धन कानून के तहत जांच की गयी है। ईडी की माने तो 12, ब्रायनस्टन स्कवायर, लंदन, ब्रिटेन में संपत्ति पर वड्रा का लाभकारी नियंत्रण है। इसकी कीमत 19 लाख पाउंड आंकी गयी है।