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राजनीतिक हिंसा पर भी एडवाइजरी जारी
गृह मंत्रालय की ओर से एक सप्ताह के अंदर पश्चिम बंगाल सरकार को दो एडवाइजरी जारी की गई है। इससे पहले 9 जून को राज्य में जारी राजनीतिक हिंसा को लेकर एडवाइजरी जारी की गई थी। एडवाइजरी में लिखा गया था कि सरकार ने अब तक राजनीतिक हिंसा रोकने, उसकी जांच और दोषियों को सजा दिलाने के लिए क्या कदम उठाए हैं। गृह मंत्रालय ने कहा कि राज्य में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सरकार ने इसे रोकने के लिए क्या उपाए किए हैं।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लिखी चिट्ठी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट पर चिंता जाहिर करते हुए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है।
हर्षवर्धन ने डॉक्टरों से मारपीट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने कहा है। हर्षवर्धन ने मारपीट की घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
डॉक्टरों से मारपीट के बाद हड़ताल जारी
पश्चिम बंगाल में मरीज के परिजनों द्वारा डॉक्टरों से मारपीट के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। 10 जून (सोमवार) से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों की हड़ताल से राज्य में मेडिकल व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई है।
अकेले बंगाल में कई मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ चुके हैं। बंगाल के डॉक्टरों के समर्थन में कई अन्य राज्य के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों के डॉक्टर हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
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ममता बनर्जी के तेवर नरम
ममता बनर्जी ने डॉक्टरों की हड़ताल पर तीखा हमला बोला था। ममता ने कहा था कि जिन डॉक्टरों को काम नहीं करना है वह अस्पताल खाली कर दें। ममता बनर्जी के बयान के बाद डॉक्टर खफा हो गए और हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया।
हालांकि चिकित्सीय व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद ममता बनर्जी का तेवर कम हुआ है। ममता ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है। डॉक्टरों ने ममता बनर्जी से सशर्त बयान वापस लेने को कहा है।
बंगाल में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ीं
गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से पूछा कि 2016 से लेकर 2019 तक राजनीतिक हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। 2019 में अभी तक अलग-अलग मामले में 20 से ज्यादा लोगों की हत्या हो चुकी है। सरकार ने दोषियों को सजा देने के लिए अभी तक कौन-कौन से कदम उठाए हैं।