पहले हर दिन 40-50 घटनाएं होती थी डीजीपी वैद्य ने कहा कि पिछले साल 40 से 50 दिन के भीतर कश्मीर घाटी में कमोबेश हर दिन पत्थरबाजी की घटनाएं होती थी। लेकिन यहां के अवाम के चलते इस वर्ष पत्थरबाजी की घटनाओं में 90% तक की कमी हुई है। यह बड़ी गिरावट है।’ उन्होंने कहा, ‘कई सप्ताह ऐसे भी रहे हैं, जिनमें पत्थरबाजी की कोई भी घटना नहीं हुई, जबकि पिछले साल तक एक दिन में ऐसी 50 घटनाएं तक होती थीं। लोगों के मूड में यहां बड़ा बदलाव देखने को मिला है।’ उन्होंने कहा कि शुक्रवार को भी ऐसी घटनाओं में कमी आई है। बीते साल शुक्रवार के दिन में ही अकेले 40 से 50 घटनाएं देखने को मिलती थीं। लेकिन, हाल के दिनों में एक भी घटना इस तरह की देखने को नहीं मिली है।
कानून व्यवस्था में लगातार सुधार वैद्य ने कहा कि यह बड़ा बदलाव है। यह आसानी से समझा जा सकता है कि घाटी में हालात तेजी से सुधरे हैं। कई बार पूरे दिन भर में एक भी पत्थरबाजी की घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है और यहां रहने वाले हर व्यक्ति को इस संबंध में पर्याप्त जानकारी है।