पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30 अन्य लोगों के साथ जाह्नवी बहल हवाई अड्डे पर पहुंची, लेकिन सभी को बिना कारण बताए वापस भेज दिया गया
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल चौक पर तिरंगा फहराने का संकल्प लेने वाली और अलगाववादियों को रोक कर दिखाने की चुनौती देने वाली लुधियाना की 15 साल की एक लड़की को श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रशासन ने आज वापस भेज दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30 अन्य लोगों के साथ जाह्नवी बहल हवाई अड्डे पर पहुंची, लेकिन सभी को बिना कारण बताए वापस भेज दिया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहल सहित छह लोग चंडीगढ़ से एक विमान से जबकि 25 अन्य दिल्ली से दूसरे विमान से पहुंचे। अधिकारी ने कहा कि सभी को उसी विमान से वापस भेज दिया गया, जिससे वे आए थे।
बता दें कि जान्हवी ने पाकिस्तान, हाफिज सईद और अलगाववादियों को खुली चुनौती दी थी। जान्हवी बहल का कहना था कि जिन लोगों ने वहां राष्ट्रीय इंडे का अपमान किया है, इसके विरोध में वह स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीनगर के लाल चौक पर झंडा फहराएगी। जाह्नवी उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब उन्होंने इसी साल जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को ओपन डिबेट की चुनौती दी थी। इतना ही नहीं जान्हवी ने जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद को खुली चेतावनी देते हुए कहा था कि मैं उसे कहना चाहती हूं कि वह भारत के लिए परेशानी खड़े करना और कश्मीर में फूट डालना बंद करे। मेरी तरह के सभी राष्ट्रवादी उसके खिलाफ खड़े हो जाएंगे।
15 साल की जाह्नवी ने कहा था कि लाल चौक पर लोगों ने न सिर्फ भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया बल्कि वहां पाकिस्तान का झंडा भी लगा दिया। ऐसे लोगों के विरोध के लिए मैंने फैसला किया है कि वहां भारत का झंडा 15 अगस्त के दिन फहराऊंगी। जाह्नवी ने खुले आम अलगाववादियों और दूसरे विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर हिम्मत है तो ऐसे लोग मुझे रोक कर दिखाए। बता दें कि जान्हवी स्वच्छ भारत अभियान के लिए सम्मानित भी हो चुकी हैं। उन्होंने जेएनयू मामले पर कहा था कि कन्हैयाजी ने पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में जो कहा वो पूरी तरह से गलत और अस्वीकार्य है। बेहतर होता कि वे पीएम मोदी के बजाए उन देशद्रोहियों के खिलाफ बोलते, जिन्होंने देश विरोधी नारे लगाए।