अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
गोली लगने की वजह से घायल नसीर को तुरंत पुलवामा स्थित जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। कश्मीर के मौजूदा हालातों पर सत्ता पक्ष के नेता कहते हैं कि परिस्थितियों पर काबू पा लिया गया है लेकिन जवानों का इस तरह शहीद होना देश के हर नागरिक को दुखी करता है।
गोली लगने की वजह से घायल नसीर को तुरंत पुलवामा स्थित जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। कश्मीर के मौजूदा हालातों पर सत्ता पक्ष के नेता कहते हैं कि परिस्थितियों पर काबू पा लिया गया है लेकिन जवानों का इस तरह शहीद होना देश के हर नागरिक को दुखी करता है।
यही नहीं पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में यह चौथे सुरक्षाकर्मी की हत्या है, जिसे आतंकियों ने अपने बुलंद हौंसलों के चलते अंजाम दिया है। आतंकी अब कश्मीर के रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को निशाना बना रहे हैं। ईद से पहले आतंकियों ने सेना के राइफलमैन औरंगजेब की अपहरण के बाद हत्या कर दी थी। इसके बाद शोपियां में छुट्टी पर आए हुए पुलिसकर्मी जाविद अहमद डार की उनके घर के पास से अपहरण के हत्या कर दी गई।
इसके अलावा एक सप्ताह पहले कुलगाम में भी आतंकियों के ऐसी ही हरकत को अंजाम दिया। उन्होंने एसपीओ से पुलिसकर्मी बने सलीम शाह की भी अपहरण के बाद हत्या कर दी थी। शुक्रवार को भी एक एसपीओ जवान को अगवा कर लिया गया था हालांकि परिवार की अपील के उसे छोड़ दिया गया था। आतंकियों के ये हरकत बता रही है कि उन पर सेना की कार्रवाई का कोई खास असर नहीं हुआ है। यही वजह है कि वे लगातार सेना के जवानों को ही अपना निशाना बना रहे हैं। निशाना भी ऐसे वक्त बनाया जाता है जब जवान या तो छुट्टी पर घर आया हो या फिर निहत्था हो।