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अंतरिक्ष में भारत की ‘सबसे भारी उड़ान’, GSAT-11 उपग्रह से इंटरनेट के क्षेत्र में आएगी क्रांति

locationनई दिल्लीPublished: Dec 05, 2018 08:51:44 am

Submitted by:

Saif Ur Rehman

इसरो ने देश की सबसे भारी सैटेलाइट यानी GSAT-11 को लॉन्च कर दी।

ISRO GSAT 11

भारत का सबसे भारी GSAT-11 उपग्रह लॉन्च, इंटरनेट के क्षेत्र में आएगी क्रांति

नई दिल्ली। भारत ने अंतरिक्ष में एक और नई उड़ान भरी है। इस बार भारत की यह उड़ान सबसे भारी है। भारतीय स्पेस एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो ) ने देश की सबसे भारी सैटेलाइट यानी GSAT-11 को लॉन्च कर दी। प्रक्षेपण बुधवार सुबह यूरोपियन स्पेस एजेंसी फ्रेंच गयाना से हुआ। फ्रांस के एरियन-5 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया। GSAT-11 का वजन 5,854 किलोग्राम है। यह एक संचार उपग्रह है। इस सैटेलाइट से देश में इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने में सहायता मिलेगा। उपग्रह इतना बड़ा है कि हर सोलर पैनल चार मीटर से अधिक लंबे हैं, जो कि एक बड़े रूम के बराबर है। जीसैट-11 अगली पीढ़ी का ‘हाई थ्रुपुट’ संचार उपग्रह है। इसकी मिशन लाइफ (जीवनकाल) 15 साल है। बता दें कि यह सैटेलाइट GSAT-11 इसरो का बनाया अब तक का ‘सबसे अधिक वजन’ वाला उपग्रह है। इसरो के चेयरमैन के सिवान ने जीएसएटी-11 उपग्रह के सफल प्रक्षेपण पर खुशी जाहिर की है।
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GSAT-11 सैटलाइट की खासियतें

– टेलिकॉम सेक्टर के लिए यह एक वरदान साबित हो सकता है।
– यह उपग्रह नेक्स्ट जेनरेशन ऐप्लीकेशन्स के लिए एक मजबूत प्लेटफार्म तैयार करेगा।
– इस उपग्रह को इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए गेम चेंजर माना जा रहा है। इस उपग्रह से देश में इंटरनेट की रफ्तार में क्रांति आ जाएगी।
– GSAT-11 के जरिए हर सेकंड 100 गीगाबाइट से ऊपर की ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी मिलेगी।
– GSAT-11 में 40 ट्रांसपोंडर कू-बैंड और का-बैंड फ्रीक्वेंसी में है। इसकी सहायता से हाई बैंडविथ कनेक्टिविटी 14 गिगबाइट/सेकेंड डेटा ट्रांसफर स्पीड संभव है।
– #ISROMissions से 14gbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगी।
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आपको बता दें कि इस वक्त दक्षिण कोरिया में इंटरनेट की रफ्तार सबसे ज्यादा होती है। दक्षिण कोरिया में इस समय 28.6mbps की स्पीड से इंटरनेट चलता है। वहीं, भारत की बात करें तो भारत में दुनिया में इंटरनेट स्पीड के मामले में 89वें पायदान पर है। भारत में इंटरनेट की औसत स्पीड 6.5mbps है।
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