मिल गया सबूतः राडार की तस्वीरों से चला पता, बालाकोट में जैश मदरसे की चार इमारतों में किया धमाका जानकारी के मुताबिक इजरायल की एक फर्म ने भारतीय वायुसेना को Spice-2000 बमों की डिलीवरी देना शुरू कर दिया है। हाल ही में वायुसेना को इन बमों की पहली खेप मिली थी।
इमारत उड़ाने वाले इन बमों को सबसे पहले ग्वालियर एयरबेस पर डिलीवर किया गया है। इसकी वजह यह है कि ग्वालियर एयरबेस ही वायुसेना के मिराज 2000 फाइटर जेट विमानों का मूल बेस है। इसके अलावा यही इकलौती ऐसी फाइटर जेट फ्लीट है जो इजरायल से मिले Spice-2000 बमों को दाग सकती है।
पुलवामा अटैकः दो साल में छह बार हिरासत में लिया गया था आदिल अहमद डार भारतीय वायुसेना ने इस बम के लिए इजरायल से 250 करोड़ से ज्यादा का करार किया था। इसके अंतर्गत मार्क 84 वारहेड और बम भारतीय वायुसेना को मिलने हैं, जो पूरी इमारत उड़ा सकते हैं।
वायुसेना ने बीते जून में यह करार किया था। करार के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा आपातकालीन जरूरतों के लिए वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाले 100 से ज्यादा Spice-2000 बमों को इज्रायल से हासिल करना है।
भारतीय वायुसेना ने इजरायल से यह करार तब किया था, जब उसने पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान सफलतापूर्वक उड़ा दिया था। बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 फाइटर विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार जाकर खैबर पख्तूनख्वा इलाके में जैश के आतंकी ठिकानों पर Spice-2000 बम बरसा कर इन्हें नष्ट कर दिया था।