मौसम विभाग के मुताबिक गुलमर्ग में पिछले तीन दिनों में चार फीट तक बर्फ गिर गई लेकिन फिर भी आसमान से बर्फबारी रूकने का नाम नहीं ले रही है जिससे कश्मीर के पहाड़ों पर बर्फीले तूफान का खतरा बढ़ गया है। मौसम के करवट बदलते ही देशभर में सर्द हवाओं ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में हुई ताजा बर्फबारी ने उत्तरभारत समेत देश के कई इलाकों को ठंड की चपेट में ले लिया है। शिमला में पर्यटकों का जमावड़ा लग गया है। रिज और मालरोड पर बर्फबारी न होने के कारण पर्यटकों ने ऊपरी शिमला स्थित पर्यटक स्थलों का रुख किया, जिस कारण गुरुवार को रिज और मालरोड पर पर्यटकों की संख्या कम और कुफरी, नालदेहरा सहित ऊपरी शिमला में पर्यटकों की भीड़ ज्यादा रही।
पर्यटक कुफरी और नारकंडा पहुंचे और यहा पहुंच कर सैलानियों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। इससे पर्यटन कारोबारियों का व्यवसाय भी चमक गया है। होटलों के अलावा घोड़े वालों के साथ टूरिस्ट गाइड और फोटोग्राफरों की भी चांदी हो रही है। कुफरी, नारकंडा और खड़ापत्थर में हिमपात से माहौल सर्द हो गया है। कुफरी की महासू पीक, नारकंडा की हाटू पीक और खड़ापत्थर की गिरि गंगा वैली बर्फ की सफेद चादर से ढक गई है।
उधर…हिमपात से दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल शेष प्रदेश से कट गया है और अगले 6 माह के लिए यहां के लिए आवागमन थम गया है। गत 2 दिनों से छोटा भंगाल व चौहार घाटी के ऊंचे पर्वत क्षेत्रों में लगातार हो रहे हिमपात से निचले क्षेत्रों में पारा तेजी से नीचे गिरा है, जिससे कड़ाके की ठंड हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दाहिनासर, कुगती जोत, पचाचक, पनिहारटु व सरताज में 3-4 फुट ताजा हिमपात हुआ है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
कुफरी में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहुंची गाड़ियां बर्फ पर स्किड होती रही, जिससे पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ी, लेकिन बर्फबारी से मिली खुशी के आगे सभी परेशानियां फीकी दिखी और पर्यटकों ने खूब मस्ती की। कुछ पर्यटक तो अपनी गाड़ी छोड़ पिकअप और यूटीलिटी में कुफरी पहुंचे।