ईडी ने इससे पहले शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या, उनके भाई व सांसद डी.के.सुरेश और बेलागावी ग्रामीण की विधायक लक्ष्मी हेब्बालकर से पूछताछ कर चुकी है। अधिकारी ने कहा कि वित्तीय लेनदेन के बारे में कुछ साक्ष्य मिलने के बाद शिवकुमार की मां व पत्नी को सम्मन भेजने की जरूरत पड़ी, जबकि बीते एक महीने से कई अन्य लोगों से पूछताछ हो रही है।
वित्तीय जांच एजेंसी द्वारा मामले में तीन सितंबर को गिरफ्तार किए जाने के बाद शिवकुमार एक महीने से जेल में हैं, जिसके बाद यह समन जारी किए गए हैं। शिवकुमार वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। वह 2016 के नोटबंदी के बाद से ईडी व आयकर विभाग के रडार पर हैं। गौरतलब है कि नई दिल्ली के उनके अपार्टमेंट पर दो अगस्त, 2017 को आयकर की छापेमारी में 8.83 करोड़ रुपए की नकदी जब्त की गई थी। इसके बाद विभाग ने कांग्रेस नेता और उनके चार सहयोगियों के खिलाफ आयकर अधिनियम 1961 के 277 व 278 धारा के तहत मामला दर्ज किया।