मौसम विभाग ने 5 से 7 जनवरी तक मछुआरों को समुद्र से दूरी बनाए रखने की चेतावनी जारी की है। यही नहीं बंगाल की खाड़ी से जुड़े तटीय इलाकों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इससे पहले थाईलैंड के नखोन सी थम्मारात प्रांत में पाबुक ने काफी नुकसान किया है। अब यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ चुका है। इसकी पोर्ट ब्लेयर से दूरी तकरीबन 800 किलोमीटर बताई जा रही है। मौसम विभाग ने इस बात की आशंका जताई है कि यह तूफान 5 जनवरी को अंडमान सागर में पहुंच जाएगा।
येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग के मुताबिक, अंडमान सागर में पहुंचते ही तूफान अपनी दिशा बदलेगा और उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ चलकर अंडमान द्वीप समूह की ओर मुड़ जाएगा। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने अंडमान दीप समूह के लिए यलो वॉर्निंग जारी कर दी है। येलो अलर्ट में लोगों को सचेत किया जाता है कि कोई दिक्कत हो सकती है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। फिल्हाल थाईलैंड के नखोन सी थम्मारात प्रांत में पाबुक कोहराम मचा रहा है। तूफान के मद्देनजर पहले ही लगभग 7000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। लेकिन अभी भी 80 हजार से ज्यादा लोगों को बचाने का अभियान जारी है।