जान लेने वाले को दिया प्राणदान
न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के बंदगांव इलाके में मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को गंभीर रुप से जख्मी हालत में गिरफ्तार किया। कैंप पहुंचने के बाद नक्सली को प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन सेहत में सुधार नहीं होने पर उसे रांची के रिम्स रेफर कर दिया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे खून की जरुरत है। ब्लड बैंक में उस वक्त जरुरत के मुताबिक ग्रुप का ब्लड नहीं था। लिहाजा इंसानियत को तरजीह देते हुए सीआरपीएफ के जवान राजकमल के नक्सली की जान बचाने के लिए अपना खून दिया।
3821 हमलों के बाद भी नक्सली को दिया खून
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन साल (2015 से 2018 ) के बीच नक्सलियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर करीब 3821 से ज्यादा बार हमला किया है। जिसकी वजह से सीआरपीएफ के 261 जवानों और अधिकारी शहीद हो चुके हैं। ऐसे में सीआरपीएफ की 133वीं बटालियन के इस जवान ने जो दिया है उसे देख हर हिंदुस्तानी के दिल से आवाज निकलती होगी….हाउ इज द जोश?
29 जनवरी को मारे गए थे 5 नक्सली
बता दें कि 29 जनवरी को झारखंड के खूंटी जिले में सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो-209 और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस ऑपरेशन में 5 नक्सली मारे गए। इसके अलावा, सीआरपीएफ ने घायल अवस्था में 2 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया था। इनके पास से भारी तादाद में हथियार बरामद हुए थे।