script

टीपू जंयती के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे CM एचडी कुमारस्वामी, हुबली और धारावाड़ में धारा 144 लागू

locationनई दिल्लीPublished: Nov 09, 2018 08:31:51 pm

Submitted by:

Anil Kumar

मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी खराब सेहत की वजह से टीपू जयंती के कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे।

टीपू जंयती के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे CM एचडी कुमारस्वामी, हुबली और धारावाड़ में धारा 144 लागू

टीपू जंयती के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे CM एचडी कुमारस्वामी, हुबली और धारावाड़ में धारा 144 लागू

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने शनिवार 10 नवंबर को मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती मनाने का फैसला किया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि टीपू सुल्तान की जयंती के इस कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी शामिल नहीं होंगे। इसके पीछे का कारण बताया गया है कि खराब सेहत की वजह से वे इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे। साथ ही डॉक्टर ने उन्हें तीन दिन के लिए (11 नवंबर तक) आराम करने की सलाह दी है।

https://twitter.com/ANI/status/1060900193791557633?ref_src=twsrc%5Etfw

हुबली और धारावड़ में धारा 144 लागू

आपको बता दें कि भले ही मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी टीपू जंयती के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे लेकिन इसका विरोध जोरों पर हो रहा है। लिहाजा हुबली और धारावाड़ के कई इलाकों में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया है। अर्थात अब एक साथ एक जगह पर चार से अधिक लोग इक्ट्ठा नहीं हो पाएंगे। प्रशासन ने कहा है कि 10 नवंबर को सुबह 6 बजे से लेकर 11 नवंबर सुबह 7 बजे तक हुबली और धारावाड़ के कई शहरों में धारा 144 लागू रहेगा।

https://twitter.com/hashtag/Karnataka?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

टीपू जंयती के खिलाफ है भाजपा

आपतो बता दें कि एक बार फिर से टीपू जंयती को लेकर राजनीति गरमा गई है। दरअसल भाजपा हमेशा से टीपू जयंती मनाने का विरोध करती आई है। दरअसल एक जमाने में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान को भाजपा एक अत्याचारी शासक बताती है। इसलिए 10 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम के विरोध में भाजपा और श्री राम सेना के समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है कि एक अत्याचारी के जन्मदिन को मनाए जाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान हिंदू विरोधी थे। तो वहीं कांग्रेस और कर्नाटक सरकार ने कहा है कि भाजपा के विरोध के बावजूद भी 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक मनाया जाएगा।

ट्रेंडिंग वीडियो