चीन ने उत्तराखंड के बाराहोती के रास्ते देश की सीमा में घुसने का दुस्साहस किया है। 6 अगस्त, 14 अगस्त के अलावा जिस देश आजादी के जश्न में डुबा था, उस दिन का भी ड्रैगन ने फायदा उठाया और 15 अगस्त को चीन ने घुसपैठ की। इस दौरान चीन की सेना pla के सैनिक और कुछ सिविलियन, बाराहोती की रिमखिम पोस्ट के नज़दीक दिखाई दिए।
आईटीबीपी की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में चार किलोमीटर तक घुसपैठ की। आईटीबीपी के कड़े विरोध के बाद चीन के सैनिक और उनके नागरिक वापस गए थे।
आपको बता दें चीन की डोकलाम के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश को भी अगस्त में ही एक साल पूरा हुआ है। दरअसल भारत और चीन के बीच लगभग 3.5 हजार किलोमीटर की एलओसी के बीच कई जगहें ऐसी हैं जहां सीमा रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच एक राय नहीं है। इस वजह से अक्सर भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों के घुसपैठ की खबरें आती रहती हैं। चीन इन क्षेत्रों को अपना हिस्सा मानता है और घुसपैठ की बात से इंकार करता है।
16 जून 2017 को इस खबर से कि चीन भारत-भूटान और चीन की सीमा से लगे डोकलाम एरिया में सड़क बना रहा, भारतीय सुरक्षा हलके में जबरदस्त हलचल मच गई। भारतीय सेना ने चीनी सेना के इस निर्माण कार्य को रोक दिया और दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के आमने सामने खड़ी हो गई।
डोकलाम विवाद के चलते 72 दिनों के लिए भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने थीं। हालांकि, इस विवाद को सुलझा लिया गया था लेकिन इस दौरान माहौल पूरी तरह से गर्म था। दोनों देशों की सरकारें लगातार बॉर्डर पर शांति की बातें कहती रही हैं, हालांकि ज़मीन पर तस्वीर कुछ और ही नज़र आती है।