घटना चकिया के रूपनगर दुर्गा स्थान की है। बताया जा रहा है कि सिमरिया सिसवन्नी के रहनेवाले श्रीकांत ठाकुर परिवार के साथ दुर्गा पूजा के दौरान मेला घूमने निकले थे। मेले में उनकी चाल साल की बेटी बेटी साक्षी ने अचानक मिठाई खाने की जिद पकड़ ली। बेटी को मिठाई खिलाने के लिए श्रीकांत एक हलवाई की दुकान पर पहुंचे। वहां उन्होने ताजी जलेबी का ऑर्डर किया और एक टेबल पर सब लोग बैठ गए। श्रीकांत ने बेटी साक्षी को दुकान पर रखी एक कुर्सी बैठाया और खुद बगल में दूसरी कुर्सी पर बैठ गए। परिवार के अन्य सदस्य भी वहां रखी अन्य कुर्सियों पर बैठकर मिठाई का इंतजार करने लगे।
खौलते तेल में गिरी गई लड़की इसी बीच हिलते-डुलते साक्षी की कुर्सी गिर गई और वह पास रखी तेल की गर्म कड़ाही में गिर गई। तेल इतना गर्म था कि बच्ची जोर-जोर से चिल्लाने लगी। खौलते तेल में तड़पती साक्षी को आनन-फानन में सबने बाहर निकाला। इसके बाद उसे हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन, उसे बचाया नहीं जा सके और उसकी मौत हो गई। अपनी बेटी को बचाने के दौरान पिता श्रीकांत भी गंभीर रूप से घायल हो गए और सदर अस्पाताल में उनका इलाज चल रहा है। वहीं, इस घटना के बाद से पूरे इलाके में हाहाकार मच गया और घर में सन्नाटा पसरा हुआ है।