बीजेपी की रिट पिटीशन के खिलाफ दायर हुई जनहित याचिका
वहीं दूसरी तरफ एक खबर ये भी है कि हाईकोर्ट में ही बीजेपी की रिट पिटीशन के खिलाफ एक PIL दाखिल की गई है, जिसमें ये कहा गया है कि अगर राज्य में रथ यात्रा होती है तो इससे कानून व्यवस्था पर असर पड़ेगा। हालांकि अभी ये जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये याचिका दाखिल किसने की है। वहीं हाईकोर्ट ने बीजेपी द्वारा दाखिल की गई पिटीशन की एक कॉपी राज्य सरकार को भी भेज दी है।
ममता बनर्जी ने नहीं दी है रथ यात्रा को अनुमति
आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता दिलीप घोष ने कहा था कि उन्होंने रथ यात्रा के लिए ममता सरकार को मनाने की कोशिश की है, लेकिन उन्होंने रथ यात्रा को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। आपको बता दें कि राज्य में बीजेपी लोकसभा चुनाव को देखते हुए में ‘लोकतंत्र बचाओ’ रथ यात्रा निकालने जा रही है, जिसके लिए राज्य सरकार ने उसे अनुमति नहीं दी है। राज्य सरकार की तरफ से भी यही वजह बताई जा रही है कि बीजेपी की रथ यात्रा से राज्य में कानून व्यवस्था भंग होगी।
रथ यात्रा में आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल के नेता होंगे शामिल
राज्य सरकार के इस रवैये पर बीजेपी का कहना है कि हमारी रथ यात्रा से राज्य सरकार घबरा गई है। जिस तरह से पंचायत चुनावों में सात हजार से ज्यादा सीटें बीजेपी ने जीती हैं, उससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी घबरा गई हैं। बताया ये जा रहा है कि बीजेपी की रथ यात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।