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जन्मदिन विशेष: जब तेज तर्रार ममता बनर्जी के गुस्से का शिकार हुए थे डिप्टी स्पीकर, फूट-फूटकर रोईं थीं दीदी

locationनई दिल्लीPublished: Jan 05, 2019 04:11:24 pm

Submitted by:

Saif Ur Rehman

ममता बनर्जी का आज 64वां जन्म दिन हैं।

Mamta banerjee

जन्मदिन विशेष: जब तेज तर्रार ममता बनर्जी के गुस्सा का शिकार हुए थे डेप्युटी स्पीकर, फूट-फूटकर रोईं थीं दीदी

नई दिल्ली: कोलकाता की मुख्यमंत्री हैं ममता बनर्जी। जिनका आज जन्म दिन हैं। वह 64 साल की हो गई हैं। अपने उत्साहवर्धक और जोशील भाषणों से खूब सुर्खियां बटोरने वाली ममता बनर्जी ने अपने प्रभावशाली भाषण में टैगोर और अन्य कवियों के उचित उद्धरण सुनाकर सामान्य जन मानस को अपनी तरफ आकर्षित किया है। बहुत ही सीधा सादा जीवन जीने वाली ममता को लोग प्यार से दीदी कहकर बुलाते हैं। वर्ष 1974 में उन्होंने पहली बार सियासत में कदम रखा। कांग्रेस पार्टी से अपने सियासी सफर का आगाज करने वाली ममत बनर्जी का जन्म 5 जनवरी, 1955 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के निम्न मध्यवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने गरीबी को करीब से देखा है। जब वह 17 साल की थीं तो उके पिता का देहांत हो गया। जिससे उनके परिवार की जिम्मेदारी उनपर आ गई। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और इस्लामिक इतिहास की पढ़ाई की।
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गुस्से की तेज हैं दीदी
दीदी कहे जानेवाली ममता बनर्जी को गुस्सा का बड़ा तेज कहा जाता है। कहते हैं कि गुस्सा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाक पर बैठा रहता है। कई बार टीवी पर उनके गुस्से की तस्वीरें हम देख चुके हैं। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ममता बनर्जी के गुस्से का शिकार एक बार लोकसभा उपाध्यक्ष हो चुके हैं। जिसके बाद ममता बनर्जी फूट-फूटकर रोईं थीं। घटना 4 अगस्त 2005 की है। ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में घुसपैठ के मुद्दे पर बोलना चाहती थीं। उन्होंने इस मुद्दे पर बोलने की इजाजत न मिलने पर तत्कालीन लोकसभा उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल पर कागज फाड़कर फेंक दिए थे। इतना ही नहीं संसद की सदस्यता से इस्तीफा तक दे दिया था। हालांकि, स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया था। लोकसभा में ममता बनर्जी फूट-फूटकर रोने लगी थीं। इनकी इस हरकत की वजह से यूपीए और लेफ्ट के कई सदस्यों ने अलग से बयान जारी कर ममता के इस व्यवहार की निंदा की और कहा कि उन्होंने सदन की गरिमा का अपमान किया है। बता दें कि ममका बनर्जी कि आज नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस के मुद्दे पर मुखर विरोधी हैं और कहती हैं कि अगर बंगाल में एनआरसी लागू किया गया तो गृह युद्ध छिड़ जाएगा।
CM Banerjee
कला का है शौक

सादगी से जीवन जीने वाली ममता बनर्जी की दिलचस्पी राजनीति में ही नहीं बल्कि उन्हें लिखने, पढ़ने, संगीत और चित्रकारी करने का भी शौक है। खाली वक्त में है पेंटिग्स करती हैं। एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें चित्रकारी का काफी शौक है। वहीं भाई कार्तिक बनर्जी ने बताया कि दीदी ऊन से बने स्वेटर तेजी से बनाती हैं। वह चित्रकारी भी करती हैं।
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