बिहार के छपरा में सवर्णों ने एनएच-19 पर जाम लगा दिया है। बड़ी संख्या में लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सड़कों पर उतरे हैं। मधुबनी में सवा आठ बजे के करीब सवर्ण आंदोलनकारियों ने एनएच-105 पर जाम लगा दिया। लोग केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कर रहे हैं। आरा में सवर्णों ने आरा रेलवे स्टेशन के पास लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को रोक दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एससी-एसटी कानून में जल्द बदलाव नहीं किया गया तो इससे भी बड़ा आंदोलन देश में होगा। मोदी सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद एससी-एसटी एक्ट को बदलकर सवर्णों को गुलाम बनाने की कोशिश की है। सरकार का यह फैसला सवर्णों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मध्यप्रदेश के दस जिलों में भारत बंद को मद्देनजर धारा 144 लागू है। भिंड, ग्वालियर, मोरेना, शिवपुरी, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, छत्तरपुर, सागर और नरसिंहपुर में धारा 144 लागू की गई है। इस दौरान यहां पर पेट्रोल पंप, स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे। ग्वालियर में स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के आदेश दिये गये हैं। इसी तरह राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा कर्नाटक की सरकारों ने भी बंद को देखते हुए पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही हिंसक घटनाओं से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने दो अप्रैल को भारत बंद बुलाया था। सबसे ज्यादा हिंसा मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में हुई थी। इस वजह से इस बार प्रशासन भारत बंद को देखते हुए पूरी तरह सतर्क है। बिहार, यूपी सहित अन्य राज्यों में हिंसक घटनाएं हुईं थीं।