प्रदर्शनी में पूरा दस्तावेज मौजूद नेशनल आर्काइव ऑफ इंडिया में आयोजित इस प्रदर्शनी की खास बात यह है कि भारत छोड़ो आंदोलन के क्रांतिकारियों का पूरा दस्तावेज यहां मौजूद है। जिसे दर्शकों के लिए खोला गया है। स्वंतत्रता सेनानी के दौरान किस नेताओं ने किस तरह से अंग्रजों को छक्के छुड़ाए थे। वह सब कुछ इस प्रदर्शनी में रखा गया है। 75 साल पूरे होने पर प्रदर्शनी लगाने का का मकसद न केवल लोगों को इतिहास से रू ब रू कराना बल्कि आज के परिवेश में आतंकवाद, गरीबी, अशिक्षा के प्रति समाज को जागरूक कराना है।
शहादत को भी प्रदर्शनी का हिस्सा बनाया गया भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व करने वाले कुछ नेताओं को शहीद भी होना पड़ा था। उन नेताओं के शहादत को भी प्रदर्शनी का हिस्सा बनाया गया है। प्रदर्शनी में इसके अलावा कई अहम और जानकारियां दी गई है। प्रदर्शनी के जरिए स्वतंत्रता संग्राम को आसानी से भी समझा जा सकता है। प्रदर्शनी में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत से लेकर अंत तक की चीजों का वर्णन किया गया है।
एक सितंबर तक चलेगी प्रदर्शनी प्रदर्शनी उद्घटान के अवसर पर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद को छोडऩे का संकल्प लिया जाए। जिससे कि देश से ये बुराइयां खत्म हो सकें। गौरतलब है कि प्रदर्शनी एक सितंबर तक चलेगी। प्रदर्शनी को बेहतर तरीके से सजाया गया है। प्रदर्शनी खुलने के बाद लोगों के आने का सिलसिला जारी है।