सभी परिवारों के चेहरे खुशी से खिले दरअसल चीन बॉर्डर से सटे तवांग जिले में सेना ने अपनी एक यूनिट स्थापित करना चाहती है। इसके चलते पांच साल पहले उन्होंने गांव के कई किसानों से करीब 200 एकड़ जमीन खरीदी थी। हालांकि गांव वाले जमीन के बदले की राशि का काफी समय से इंतजार कर रहे थे। अब पांच साल बाद रक्षामंत्रालय ने राज्यसरकार की ओर से रहत की रकम जारी की है। कहने की जरूरत नहीं है की रकम का चेक पाकर सभी परिवारों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
7 फरवरी को मुआवजे की राशि सौंपी बीते बुधवार को सीएम पेमा खांडू ने प्रत्येक परिवार को 1.09 करोड़ का चेक सौंपा। वहीं एक परिवार को 6.73 करोड़ रुपये और एक परिवार को 2.45 करोड़ रुपये का चेक भी मिला। समारोह में सीएम पेमा खांडू ने भारत सरकार के रक्षामंत्रालय को शुक्रिया अदा किया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस भी व्यक्ति से सरकार ने जमीन ली है, उसे जल्द से जल्द मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। गौरतलब है कि केद्र सरकार की ओर से पिछले साल सितम्बर में ही 158 करोड़ रुपए के मुआवजे का नोटीफिकेशन जारी किया था और अब 7 फरवरी को राज्य सरकार ने किसानों को मुआवजे की ये राशि सौंपी है।
सीएम खांडू का ट्वीट सीएम खांडू ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने लिखा कि फण्ड डिस्ट्रीब्यूशन के बाद बोमजा गांव सबसे अमीर गांवों में से एक बन गया है। इसके लिए रक्षामंत्रालय को धन्यवाद। सीएम ने यह भी दावा किया कि यह राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘केंद्र की सहायता से अरुणाचल प्रदेश लगातार विकास कर रहा है। अरुणाचल को रेल, एयरवेज, डिजिटल और रोड के जरिए जोड़ने पर भी पुरजोर कोशिश की जा रही है।