‘मुफ्त के चंदन से पड़ गए छाले’ जी हां मिर्जापुर के छानबे ब्लॉक के गौरा गांव वासियों के साथ ऐसा ही कुछ हुआ है। प्रधानमंत्री की सौभाग्य योजना के तहत गांव के सैकड़ों लोग इसके लाभार्थी बने। विभाग ने लोगों के घरों पर मीटर भी लाकर लगा दिये, पर कनेक्शन नहीं जोड़ा। लोग इन्तेजार करते रहे कि कब कनेक्शन जुटे और उनके घर में ‘सौभाग्य’ की रोशनी से जगमग हो जाए।
पर तार न जुड़ने से उनके घरों में बिजली तो नहीं आयी, लेकिन महज मीटर लगाने के एवज में ही विभाग ने उन्हें लम्बा-चौड़ा बिल भेज दिया। बिना बजिली जलाए अपने नाम की बिल कटने के बाद से लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसकी शिकायत लेकर अधिकारी के पास पहुंचे और वहां अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मुफ्त बिजली कनेक्शन के नाम पर उनके साथ धोखा किया गया है। साफ कहा कि आप अपना मीटर उखाड़कर ले जाइये हमें ऐसी बिजली नहीं चाहिये, जिसमें बिना कनेक्शन के ही बिल आता हो।
अब इस मामले के सामने आने के बाद जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बिजली विभाग के अधिशासी अधिकारी से बातकर ग्रामीणों की समस्या के समाधान का निर्देश दिया है। अपनी शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग गरीब हैं इस नाते हमें कनेक्शन मिला और विभाग के लोग मीटर लगाकर चले गए, पर कभी बिजली नहीं आयी, लेकिन अब दो से तीन हजार रुपये का बिल जरूर आ गया है। बताते चलें कि सौभाग्य योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में मीटर लगाया जा रहा है, लेकिन इसमें विभागीय लापरवाही की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
By Suresh Singh