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इस साधू की ईमानदारी को सलाम, जिसने लौटाए भीख में मिले 2.5 लाख रूपये

locationमेरठPublished: Dec 03, 2017 12:24:59 pm

Submitted by:

lokesh verma

साधू को भिक्षा देने के दौरान पुराने कपड़ों में 10 दिन पहले गलती से चले गए थे 2.5 लाख रूपये

Meerut
मेरठ. साधु को रुपये और मोहमाया से क्या लेना देना। ये बाते आपने अक्‍सर सुनी होंगी। आज जब देश में साधु-संतों की आड़ में रूपये कमाने वालों की फौज खड़ी हैं और उनके काले कारनामें हर दिन सुर्खियां बन रहे हैं, लेकिन इन्हीं की जमात में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके कारण यह समाज आज भी सच्‍चाई की मिसाल बना हुआ है। ऐसी ही एक घटना मेरठ के मिर्जापुर गांव में घटित हुई। करीब 10 दिन पहले गांव में एक साधु भिक्षा मांग रहा था। भिक्षा मांगते हुए साधु गांव निवासी कुलदीप के घर पहुंचे और भिक्षा मांगी। कुलदीप की मां ने जब साधू को फटे कपड़ों को देखा तो उन्हें उस पर दया आ गई। वे भीतर गई और सेफ में पुराने कपड़ों से भरी एक थैली उठाकर बाहर लाई और साधू को दे दी। साधू कपड़ों की थैली लेकर चला गया। शाम को जब कुलदीप वापस गांव लौटे तो उन्होंने सेफ खोलकर कपड़ों की थैली के बारें में पूछताछ शुरू कर दी। क्‍योंकि कपड़ों की थैली में उन्होंने ढाई लाख रूपये लाकर कुछ दिन पहले ही रखे थे, जो एक जमीन के बैनामा कराने के लिए बैंक से निकाले थे। यह बात जब उन्होंने घर पर बताई तो सभी घर वालाें के पैरों तले जमीन सरक गई। मां ने बताया कि वो थैली तो उन्होंने एक भीख मांगने वाले साधू को दे दी है।
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इधर कुलदीप और उसके परिजनों ने तो रूपये वापस पाने की संभावना ही छोड़ दी थी। शनिवार को वही साधू कुलदीप के घर आया और थैली में रखे रूपये वापस देने लगा। जब साधू ढाई लाख रूपये लेकर उनके परिजनों के सामने खड़ा था तो किसी को विश्वास ही नहीं हुआ कि आज के युग में ऐसे लोग भी हैं। इस दौरान साधू ने कहा कि रूपये पैसे से उनका क्या काम। उन्होंने तो उस थैली को कुछ दिन बाद खोला तो उसमें रूपये निकले, जिन्हें वह लौटाने के लिए फिर से उस घर तक आ पहुंचे हैं। यह बात कहते हुए उन्होंने परिवार को रकम लौटा दी। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। रकम लौटाने वाले संत का नाम पूजीराम है और वे 80 साल के हैं। इधर कुलदीप के परिवार वालों ने उनका पता ठिकाना पूछा, लेकिन उन्होंने किसी को इस संबंध में कुछ नहीं बताया और चाय पीकर खाना खाकर वापस चले गए।

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