छात्रों की मांग थी कि 13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली को वापस लिया जाए। इसी के विरोध में मंगलवार को एससी एसटी और ओबीसी वर्ग के सैकड़ों छात्रों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान छात्रों के हाथों में 13 प्वांइट रोस्टर प्रणाली विरोधी नारे लिखी तख्तियां थी। छात्रों का कहना था कि ये प्रणाली एससी एसटी छात्रों के विरोधी है।
विवि के गेट पर काफी देर तक छात्र धरने पर बैठे रहे। इसके बाद वहां से जुलूस की शक्ल में एकत्र होकर छात्रों ने कलक्ट्रेट की तरफ कूंच किया। विवि से और कलक्ट्रेट के बीच करीब चार किमी लंबे मार्ग पर छात्र नारेबाजी करते चल रहे थे। छात्र केद्र और प्रदेश सरकार के विरोध में नारे लगा रहे थे। इस आदेश के विरोध में जुलूस निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्रों ने वहां भी जोरदार प्रदर्शन किया और इसके विरोध में जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस कार्यवाही को सवर्णों के पक्ष में उठाया गया कदम बताते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
छात्रों का आरोप था कि सरकार दलितों को कुचलने का कुचक्र चल रही है। सरकार दलित युवकों के विरोध में उतर आई है। जो नहीं चाहती कि दलित छात्र आगे बढ़े । नेतृत्व कर रहे छात्र नेता डा. सुशील ने चेतावनी दी कि यदि लोकसभा सत्र में इस कानून को वापस लेने का अध्यादेश न लाया गया तो ओबीसी और एससी-एसटी वर्ग के छात्र प्रदेश ही नहीं बल्कि देशव्यापी आंदोलन चलाएंगे। इसके लिए सम्पूर्ण देश के सभी राज्यों में आंदोलन चलाया जाएगा। दिल्ली में इसके विरोध में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसमें लाखों की संख्या में दलित छात्र एकत्र होंगे।