यह भी पढ़ेंः बढ़र्इ का काम करने वाले कैराना के इस कारीगर के पास से हरियाणा में मिले हैंड ग्रेनेड आैर असलाह, सबके उड़ गए होश! दिल्ली की आेर जा रहा था कैंटर जानकारी के अनुसार गुरूवार की शाम मोहिउद्दीनपुर के निकट खरखौदा मोड़ से दिल्ली की ओर जा रहे एक तेज रफ्तार कैंटर ने किसी वाहन को ओवरटेक किया। इसी बीच कैंटर चालक का संतुलन बिगड़ा और उसने सड़क किनारे खड़े कई ठेलों को रौंद डाला। कैंटर को सड़क पर बेलगाम दौड़ता देख लोग इससे बचकर भागने लगे। हादसे के बाद हड़कंप मच गया और चालक कैंटर छोड़कर मौके से फरार हो गया। कैंटर की चपेट में आकर फलों का ठेला लगाने वाले कायस्थ गांवड़ी निवासी महेन्द्र पुत्र बनारसी और गाजियाबाद में ड्यूटी से लौटते हुए सामान खरीद रहे उसी के गांव के निवासी होमगार्ड मनदीप पुत्र नत्थू की मौके पर ही मौत हो गई।
यह भी पढ़ेंः विवेक तिवारी हत्याकांडः 5 अक्टूबर को पुलिस के काला दिवस का पोस्टर वायरल होने से विभागीय अफसर सतर्क आधा दर्जन लोग घायल, चालक फरार वहीं, इकला निवासी रोहताश और एक महिला सहित करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में कोहराम मच गया। गुस्साए लोगाें ने महेन्द्र के शव को सड़क पर रखकर जाम लगाते हुए हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंचे एसीएम ब्रहमपुरी और सीओ ब्रहमपुरी हरिमोहन सिंह ने जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन पब्लिक मृतकों और घायलों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग पर अड़ गई। करीब एक घंटे चले हंगामे के बाद अधिकारियों ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फरार हुए कैंटर चालक का नाम साजिद खान निवासी पिलखुवा है।