बीएचयू के छात्र यतीन्द्र ने मुहम्मदाबाद गोहना आदर्श नगर मुहल्ले में आवारा कुत्तों के लिए रोटी बैंक खोला है और साथ ही साथ लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग अपने स्तर से अपने कॉलोनियों में रोटी बैंक लगाएं ।
इनकी इस मुहिम का असर भी दिखने भी लगा है और मुहम्मदाबाद के बाद दूसरे मुहल्ले वलीदपुर में भी रोटी बैंक खुल गया है।
इस रोटी बैंक का शुभारम्भ स्वामी विवेकानंद के अवसर पर प्रारंभ हुआ था। कुत्तों के वफादारी निभाने की बात कहते हुए यतीन्द्र बताते हैं कि बड़े -बड़े साहब लोग जब अपने घर विलायती कुत्ते लेकर आते हैं तो लोग ऐसे देखने चले जाते हैं मानो वहां प्रदर्शनी लगी हो और अपने समाज में घूम रहे आवारा कुत्तों को लोग डंडे व पत्थर मरकर उनका अधिकार छीन लेते हैं आखिर वो भी इस प्रकृति का हिस्सा हैं और आवारा कुत्तों का भी इस प्रकृति पर अधिकार है इसलिए इन्हें मारे नहीं बल्कि इनके साथ स्नेह के साथ पेश आयें।
यतीन्द्र के अनुसार ठंड में कुत्ते भूख से तड़प रहे हैं। मुहल्लों में पालतू पशुओं के नहीं होने से लोग रोटी कचरे में फेंक देते हैं। इसे खाकर जहां पशुओं में बीमारी फैलती है, वहीं इसकी सड़न आस-पास दुर्गंध का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि रोटी बैंक में सबके रोटी डालने से आवारा कुत्तों को खिलाने में आसानी होगी और मुहल्ले में बीमारी फैलने से भी रोका जा सकता है।