महिला सुरक्षा को लेकर दी जानकारी
महिला सशक्तिकरण पर आयोजित पुलिस की कार्यशाला में छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसमें एसपी सिटी श्रवण कुमार और सीओ सिटी प्रीति सिंह ने छात्राओं को बताया कि किस तरह से असामाजिक तत्वों और मनचलों से लड़ा जाए। पुलिस अधिकारियों ने छात्राओं को वुमेन हेल्पलाइन लाइन 1090 समेत महिला सुरक्षा को लेकर तमाम बातें बताई गईं।
छात्राओं ने कार्यक्रम को सराहा
कार्यशाला में शामिल होने आई एक छात्रा ने बताया कि वुमेन हेल्पलाइन 1090 के बारे में हम पहले से ही जानते थे, लेकिन इस कार्यक्रम में पुलिस ने महिला सुरक्षा को लेकर कई अहम जानकारियां दी। साथ ही हमें सेल्फ डिफेंस के तरीके भी बताए। छात्राओं ने यूपी पुलिस के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रोग्राम को बड़े स्तर तक ले जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में वेटनरी कॉलेज के सभी डॉक्टर्स शामिल हुए।
कार्यशाला में शामिल होने आई एक छात्रा ने बताया कि वुमेन हेल्पलाइन 1090 के बारे में हम पहले से ही जानते थे, लेकिन इस कार्यक्रम में पुलिस ने महिला सुरक्षा को लेकर कई अहम जानकारियां दी। साथ ही हमें सेल्फ डिफेंस के तरीके भी बताए। छात्राओं ने यूपी पुलिस के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रोग्राम को बड़े स्तर तक ले जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में वेटनरी कॉलेज के सभी डॉक्टर्स शामिल हुए।
जिले में तीन दिन तक चलेगा कार्यक्रम
सीओ सिटी प्रीति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि डीजीपी के आदेश पर यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिलेभर में तीन दिन तक चलेगा। यहां छात्राओं को महिला सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश में 1090, एंटी रोमियो स्क्वायड, डायल 100, ट्विटर आदि सेवाएं चल रही हैं। उनका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक हो और खासकर छात्राओं को इनके बारे में मालूम हो। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुलिस और पब्लिक को महिला सुरक्षा के प्रति और संवेदनशील करना है।
सीओ सिटी प्रीति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि डीजीपी के आदेश पर यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिलेभर में तीन दिन तक चलेगा। यहां छात्राओं को महिला सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश में 1090, एंटी रोमियो स्क्वायड, डायल 100, ट्विटर आदि सेवाएं चल रही हैं। उनका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक हो और खासकर छात्राओं को इनके बारे में मालूम हो। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुलिस और पब्लिक को महिला सुरक्षा के प्रति और संवेदनशील करना है।