जन्म मरण के बंधन से मुक्ति
शनिवार को सुबह 6 बजे भगवान कृष्ण के जन्म से पूर्व मंगला आरती की गई। कहा जाता है की कोई भी भक्त इस मंगला आरती के दर्शन करता है, वह जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। इसीलिए भक्त इस आरती को किसी भी कीमत प़र छोड़ना नहीं चाहते है। अलौकिक आरती का दर्शन करत खुद को धन्य मानते हैं।
शनिवार को सुबह 6 बजे भगवान कृष्ण के जन्म से पूर्व मंगला आरती की गई। कहा जाता है की कोई भी भक्त इस मंगला आरती के दर्शन करता है, वह जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। इसीलिए भक्त इस आरती को किसी भी कीमत प़र छोड़ना नहीं चाहते है। अलौकिक आरती का दर्शन करत खुद को धन्य मानते हैं।
भाग्य की बात
कृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में होने वाली विशेष मंगला आरती वर्ष भर में आज के दिन होती है। इसी कारण इसका विशेष महत्व माना जाता है। मंगला आरती के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना था कि यहां आने से मन को शांति मिलती है। जो भी इस आरती को कर लेता है, वह बड़े भाग्य वाला होता है। भाग्य वालों को ही इस मंगला आरती के दर्शन करने को मिलते हैं।
कृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में होने वाली विशेष मंगला आरती वर्ष भर में आज के दिन होती है। इसी कारण इसका विशेष महत्व माना जाता है। मंगला आरती के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना था कि यहां आने से मन को शांति मिलती है। जो भी इस आरती को कर लेता है, वह बड़े भाग्य वाला होता है। भाग्य वालों को ही इस मंगला आरती के दर्शन करने को मिलते हैं।