scriptचंदनवन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन में छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा | Scholarship scam in chandanvan institute of education latest news | Patrika News

चंदनवन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन में छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा

locationमथुराPublished: Feb 20, 2019 11:45:38 am

Submitted by:

suchita mishra

बैंक की नई व्यवस्था से उजागर हुआ मामला

scam

scam

मथुरा। छात्रवृत्ति में लगातार उजागर हो रहे फर्जीवाड़े से बचने के लिए अब बैंकों ने भी अपनी तरफ से महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। शिक्षण संस्थाओं द्वारा छात्रवृति के लिए खुलवाये जा रहे छात्र-छात्राओं के बचत बैंक खातों के बारे में बैंक अब सीधे उन खाता धारक विद्यार्थियों से पत्राचार कर जानकारी हासिल कर रहा है जिनके आधार कार्ड और फोटो खाते में संलग्न हैं। बैंक छात्रवृत्ति खाता धारक को पत्र भेज कर पूछ रहा है कि बैंक में आपका अकाउंट आपकी सहमति से खुलवाया गया है अथवा नहीं। अगर आप इस शिक्षण संस्थान के विद्यार्थी नहीं हैं तो तत्काल बैंक शाखा में अपने मूल आधार कार्ड और बैंक के द्वारा भेजे गये पत्र के साथ संपर्क करें। बैंक की इस नई व्यवस्था से छात्रवृति से जुड़े सनसनीखेज मामले सामने आ रहे हैं।
कभी प्रवेश नहीं लिया, लेकिन खाता खोल दिया
इसी नई व्यवस्था के तहत बबीता पुत्री धर्मपाल निवासी प्रीति विहार कॉलोनी राया रोड लक्ष्मीनगर लोहवन को पंजीकृत डाक द्वारा पत्र भेजकर सिंडिकेट बैंक मेन ब्रांच मथुरा की ओर से लाभार्थी छात्रा को पत्र भेजा गया। जानना चाहा कि वह इस विद्यालय की छात्रा है अथवा नहीं। बैंक की ओर से छात्रा को अवगत कराया गया कि आपका बचत खाता 85022180005988 चंदनवन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन प्रधानाचार्य द्वारा खुलवाया गया है। छात्रा के फोटो और आधार कार्ड भी विद्यालय के द्वारा खाता खोलने के फार्म पर प्रमाणित किये गये हैं। बैंक ने छात्रा से पूछा कि आप इस बात की पुष्टि करें कि खाता आपकी सहमति से खोला गया है अथवा नहीं। बैंक ने यह भी पूछा है कि आप इस शिक्षण संस्थान की छात्रा हैं अथवा नहीं। अगर कुछ भी गलत लगता है तो पत्र और अपने मूल आधार कार्ड के साथ बैंक शाखा प्रबंधक से तत्काल संपर्क करें। 15 दिन के अंदर अगर आप बैंक शाखा में संपर्क नहीं करते हैं तो बैंक यह मान लेगा कि आपकी सहमति से खाता खोला गया है। छात्रा बबीता का कहना है कि वह कभी भी चंदनवन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन की छात्रा नहीं रही है। कभी उन्होंने इस संस्थान के लिए आवेदन किया है। बैंक से पत्र मिलने के बाद उन्होंने अपनी शिकायत बैंक प्रबंधक से कर दी है।
करोडों रुपये के छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े की जांच लंबित
जनपद में हुए करोडों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच लंबित है। इसमें कई बडी शिक्षण संस्थाओं के साथ ही अधिकारियों की भी गर्दन फंसी हुई है। शिक्षण संस्थाओं द्वारा छात्रवृत्ति हड़पने के लगातार सामने आ रहे मामलों के बाद बैंकों ने भी अपनी तरफ कई कदम उठाये हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो