स्थानीय रालोद नेताओं का कहना है कि अभी सब कुछ साफ नहीं है। हम लगातार जनता के बीच काम मर रहे हैं। आलाकमान का जो भी निर्देश होगा उसका पालन किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वेस्टर्न यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्या सिंधिया ने जयंत चौधरी से 2 बार मुलाकात की है। कांग्रेस ने जयंत को यूपी में 10 और राजस्थान में 1 सीट देने का दिया भरोसा दिया है। पत्रिका से बातचीत में जयंत चौधरी ने इस बात को स्वीकारा भी है। उन्होंने कहा है कि ” हां हमारी मुलाकात हुई है, मुलाकातें तो होती रहती हैं। सपा-बसपा गठबंधन से भी हमारी बात चल रही है। गठबंधन में रहने या कांग्रेस के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। गठबंधन में सीटों को लेकर बात जारी है।
रालोद के लिए मथुरा है अहम रालोद के मथुरा सीट अहम है क्योंकि यहा से अब तक जयंत चौधरी चुनाव लड़ते रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा की हेमा मालिनी जयंत को हराया था। लेकिन इस बार भी जयंत की मथुरा से चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है। यही वजह से गठबंधन का स्वरूप भी मथुरा सीट को ध्यान में रखकर ही रालोद तय करेगी। वैसे भी मथुरा रालोद का मिनी मुख्यालय कहा जाता है।