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आसमान की ऊंचाई से करिये भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के दर्शन, रोमांच से भरपूर रहेगी ये यात्रा

locationमथुराPublished: Dec 25, 2018 02:56:34 pm

मोटर पैराग्लाइडिंग से धार्मिक यात्रा को मनोरंजक और अविस्मरणीय बनाने के लिए यह शुरुआत की गई है।

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आसमान की ऊंचाई से करिये भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के दर्शन, रोमांच से भरपूर रहेगी ये यात्रा

मथुरा। देश और विदेश से वृंदावन में धार्मिक यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटक अब यहां एडवेंचर का भी लुत्फ उठा सकते हैं। मोटर पैराग्लाइडिंग कर हवा में रोमांच की उड़ान भरने के साथ ही धार्मिक यात्रा को मनोरंजक और अविस्मरणीय बनाने के लिए यह शुरुआत की गई है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु-पर्यटक इस एडवेंचर का भरपूर आनंद ले रहे हैं।
यहां उठाये इस हवाई यात्रा का लुत्फ
यमुना एक्सप्रेस-वे वृंदावन कट से करीब 3 किलोमीटर पानीगांव वृंदावन लिंक रोड पर असली प्रकाश ढ़ाबा के बराबर ही पैराग्लाइडिंग का राइजिंग और लेंडिंग प्वाइंट बना हुआ है, जहां लोगों को मोटर पैराग्लाइडिंग कराई जा रही है। हर दिन बड़ी संख्या में लोग पैराग्लाइडिंग कर रोमांच की उड़ान भरने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु-पर्यटकों के लिए मोटर पैराग्लाइडिंग की सुविधा की शुरुआत तेजस फ्लाई कंपनी की ओर से की गई है। कंपनी के निदेशक योगेन्द्र चैधरी ने बताया कि लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेस-वे के नजदीक और वृंदावन जाने वाले रोड पर लगभग दोनों ओर से बराबर दूरी पर यह प्वाइंट बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले पैराग्लाइडिंग की सुविधा केवल पर्वतीय इलाकों में थी, लेकिन अब वृंदावन के नजदीक कंपनी ने यहां आने वाले श्रद्धालु-पर्यटकों को इस एडवेंचर का लुत्फ उठाने की सुविधा दी है। उन्होंने बताया कि सर्दियों के मौसम में सुबह कोहरा छंटने के बाद से शुरु होकर शाम सूरज ढ़लने तक यहां पैराग्लाइडिंग होती है।
500 फीट की ऊंचाई तक उड़ान
मोटर पैराग्लाइडिंग में पायलट के साथ एक व्यक्ति ही एडवेंचर का मजा ले सकता हैं और ग्लाइडर की उड़ान की जमीन से करीब 400-500 फीट होती है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही पैराग्लाइडर से भी पूछ लिया जाता है कि वे कितनी ऊंचाई तक इस एडवेंचर का आनंद लेना पसंद करेंगे और इनकी इच्छा के अनुसार ही पैराग्लाइडिंग कराई जाती है। इसके साथ ही पैराग्लाइडिंग करने वाले व्यक्ति का वजन भी अंडर 100 किलोग्राम होना चाहिए।
यमुना नदी और एक्सप्रेस-वे के बीच ही होती है पैराग्लाइडिंग
कंपनी के पास वृंदावन की ओर यमुना नदी तक और दूसरी ओर यमुना एक्सप्रेस-वे से पहले तक ही उड़ान की परमीशन है। इसलिए करीब 5-6 किलोमीटर के एरिया में ही पैराग्लाइडिंग कराई जाती है। हालांकि ऊंचाई पर उड़ने के कारण पैराग्लाइडर एक्सप्रेस-वे पर दौड़ती गाड़ियों और यमुना नदी का भी दीदार कर सकते हैं।
मोटर पैराग्लाइडिंग में नहीं कोई जोखिम
मोटर पैराग्लाइडिंग में डरने या जान के जोखिम का कोई खतरा नहीं है। कंपनी के निदेशक योगेन्द्र चैधरी ने बताया कि यदि उड़ते समय इंजन बंद भी हो जाए तो खतरे की कोई बात नहीं होती क्योंकि उसमे लगा पैराशूट पैराग्लाइडर का धीरे-धीरे हवा के साथ नीचे लाती है।
15 सौ से 12 हजार रुपए तक है किराया
श्रद्धालु-पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने कई पैकेज रखे है, जिसमें 5-6 मिनट की एक ट्रिप का किराया 15 सौ रुपए है, वहीं अधिकतम 40 मिनट की ट्रिप का किराया 12 हजार रुपए है।

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