आम के पेड़ पर लटका मिला शव
मथुरा के नौहझील के गांव जरेलिया निवासी रामेश्वर खेती करता था। उसके नाम से छह बीघा जमीन है। उसका शव घर से सौ मीटर की दूरी पर आम के पेड़ पर लटका मिला। बताया गया है कि प्रभारी निरीक्षक नौहझील श्याम सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। जब वह पहुंचे तो शव को पेड़ से उतार लिया गया था। मामला आत्महत्या का लग रहा है। परिवार के लोगों से जब पूछा गया तो बताया कि किसान बैंक का लोन होने से परेशान रहता था।
मथुरा के नौहझील के गांव जरेलिया निवासी रामेश्वर खेती करता था। उसके नाम से छह बीघा जमीन है। उसका शव घर से सौ मीटर की दूरी पर आम के पेड़ पर लटका मिला। बताया गया है कि प्रभारी निरीक्षक नौहझील श्याम सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। जब वह पहुंचे तो शव को पेड़ से उतार लिया गया था। मामला आत्महत्या का लग रहा है। परिवार के लोगों से जब पूछा गया तो बताया कि किसान बैंक का लोन होने से परेशान रहता था।
परिजनों ने बताई ये बात
परिजनों ने बताया कि रामेश्वर के पिता चौखेलाल ने 2013 में जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए ऋण लिया था। दो साल पहले रामेश्वर के पिता का निधन हो गया था। रामेश्वर ऋण माफी के लिए बैंक के चक्कर लगा रहा था। वह हसनपुर में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में भी गया था। वहां उसने आवेदन भी किया था। लेकिन अभी कुछ हो नहीं पाया था। किसान की मौत से परिवार वाले बेहाल हो गए। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। घर वालों ने बताया कि रामेश्वर ऐसा कदम उठा सकते हैं कोई सोच भी नहीं सकता था। एडीएम वित्त एवं राजस्व रविंद्र कुमार ने इस मामले तहसील प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।
परिजनों ने बताया कि रामेश्वर के पिता चौखेलाल ने 2013 में जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए ऋण लिया था। दो साल पहले रामेश्वर के पिता का निधन हो गया था। रामेश्वर ऋण माफी के लिए बैंक के चक्कर लगा रहा था। वह हसनपुर में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में भी गया था। वहां उसने आवेदन भी किया था। लेकिन अभी कुछ हो नहीं पाया था। किसान की मौत से परिवार वाले बेहाल हो गए। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। घर वालों ने बताया कि रामेश्वर ऐसा कदम उठा सकते हैं कोई सोच भी नहीं सकता था। एडीएम वित्त एवं राजस्व रविंद्र कुमार ने इस मामले तहसील प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।