संतोषजनक तिमाही परिणाम देने में रहे सफल
इस संदर्भ में कंपनी ने कहा कि आलोच्य तिमाही के दौरान परिचालन से कुल राजस्व 10.17 फीसदी बढ़कर 15,059.50 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका राजस्व 13,669 करोड़ रुपए रहा था। विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी निदेशक आबिदअली जेड. नीमचवाला ने कहा, ‘उपभोक्ताओं के साथ मजबूत संबंध, आधुनिकीकरण तथा डिजिटल बदलाव के साथ ही रणनीतिक निवेश बढ़ने से हम संतोषजनक तिमाही परिणाम देने में सफल रहे हैं।’
33.20 फीसदी बढ़ा कुल राजस्व
कंपनी को आईटी सेवाओं से सर्वाधिक 14,555 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसमें 1.80 फीसदी की वृद्धि हुई है। कंपनी ने आलोच्य तिमाही के दौरान 928 नए कर्मचारियों की नियुक्ति की है। इससे 31 दिसंबर 2018 तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1.72 लाख पर पहुंच गई है। कंपनी ने कहा कि उसका डिजिटल राजस्व 6.4 फीसदी बढ़ा है और अब कुल राजस्व के 33.20 फीसदी पर पहुंच गया है। प्रत्येक तीन शेयरों पर एक बोनस शेयर देने का कंपनी ने ऐलान किया है। इससे पहले अप्रैल 2017 में विप्रो ने एक के बदले एक बोनस शेयर की घोषणा की थी। कंपनी ने अपनी प्राधिकृत शेयर पूंजी को भी 1,126.5 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2,526.5 करोड़ रुपए कर दिया है। इसके लिए दो रुपए अंकित मूलय के 700 करोड़ रुपए के इक्विटी शेयर सृजित किए गए हैं।
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