पहली बार ऑनलाइन होगी प्रक्रिया पेट्रोल पंपों के आवंटन के लिए पहली बार सरकारी तेल कंपनियों ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। इन पेट्रोल पंपों के आवंटन की पूरी प्रक्रिया एक स्वतंत्र एजेंसी के जरिए कराई जाएगी। ये सभी पेट्रोल पंप सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की ओर से आवंटित किए जाएंगे। इन पेट्रोल पंपों के खुलने से देश के करीब 80 फीसदी हिस्सों तक सरकारी तेल कंपनियों की पहुंच हो जाएगी।
बढ़ रही है पेट्रोल-डीजल की मांग इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) के अधिकारी पार्थ वोरा के अनुसार, तेजी से उभरती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एनर्जी की मांग बढ़ती जा रही है। इसमें पेट्रोल-डीजल की मांग बढ़ रही है। आंकड़ों के अनुसार देश में पेट्रोल की मांग 8 फीसदी और डीजल की मांग 4 फीसदी की दर से बढ़ रही है। वोरा ने बताया कि इस समय देश में सरकारी तेल कंपनियों की ओर से करीब 55 हजार पेट्रोल पंपों का संचालन किया जा रहा है जिसमें 50 फीसदी पेट्रोल पंप IOCL के हैं। यदि प्राइवेट सेक्टर की बात करें तो नायरा एनर्जी (पूर्व में एस्सार ऑयल) के 3500, रिलायंस के 600 पेट्रोल पंप चल रहे हैं। विदेशी कंपनी BP और Shell की ओर से भी 100 पेट्रोल पंपों का संचालन किया जा रहा है। वोरा ने बताया कि सरकार से अनुमति मिलने के बाद 55649 पेट्रोल पंपों के लिए आवेदन पत्र जारी कर दिए गए हैं।
अगले तीन साल में खुलेंगे सभी पेट्रोल पंप वोरा ने बताया कि इस विस्तार के तहत नए पेट्रोल पंप उभरते हुए बाजारों, नए बनने वाले हाईवे, कृषि क्षेत्रों और इंडस्ट्रियल हब्स में खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और रिमोट एरिया में रहने वाले लोगों तक पेट्रोलियम उत्पादों की पहुंच बनाना, अच्छी क्वालिटी के उत्पाद दिलाना और उचित मूल्य पर फोकस रहेगा। वोरा के अनुसार, अगले तीन सालों में इन सभी पेट्रोल पंपों का संचालन शुरू हो जाएगा।