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तेल का बड़ा खेल: 1 रुपए की राहत देकर कंपनियों ने बढ़ाये डेढ़ रुपए

locationनई दिल्लीPublished: Oct 12, 2018 08:24:31 am

Submitted by:

Manoj Kumar

सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव करती हैं।

Petrol Diesel Price

तेल का खेल: कंपनियों ने 1 रुपए की राहत देकर बढ़ा दिए डेढ़ रुपए

नई दिल्ली। महंगे पेट्रोल-डीजल से जनता को राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कीमतों में की गई कटौती पर तेल कंपनियां पानी फेर रही हैं। केंद्र सरकार की घोषणा के बाद तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल पर की गई 1 रुपए प्रति लीटर की कमी को तेल कंपनियों ने फिर से बढ़ा दिया है। हालात यह हैं कि 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 76 पैसे और डीजल की कीमतों में 1.40 रुपए की बढ़ोतरी कर चुकी हैं। इससे स्पष्ट होता है कि तेल कंपनियों ने डीजल पर 1 रुपए घटाने के बाद अब तक 1.40 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। 5 अक्टूबर को कटौती के बाद पेट्रोल 81.50 रुपए प्रति लीटर और डीजल 72.95 रुपए प्रति लीटर हो गया था। लेकिन तेल कंपनियों की ओर से रोजाना कीमतों में बढ़ोतरी के बाद 11 अक्टूबर को पेट्रोल 82.36 रुपए प्रति लीटर और डीजल 74.62 रुपए प्रति लीटर पर बिका।
केंद्र सरकार ने दी थी 2.50 रुपए की राहत

ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने 4 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा की थी। इसमें 1.50 रुपए की राहत केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती करके दी थी, जबकि तेल कंपनियों से दोनों ईंधन पर 1 रुपए की कटौती करने को कहा था। नई कीमतें 5 अक्टूबर से लागू हो गई थीं। साथ ही केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से वैट में कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद कई राज्य सरकारों ने 2.50 रुपए प्रति लीटर की वैट कटौती की घोषणा की थी। इससे कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5 रुपए प्रति लीटर तक की कमी हो गई थी।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

ईरान पर अमरीकी प्रतिबंधों और अन्य कारणों से कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी में गुरुवार को नरमी का रूख दिखा। गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में करीब दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इससे कच्चे तेल की कीमतें फिसलकर 81.46 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। यदि एेसा होता है तो स्थानीय बाजार में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है।
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