ये रहे रथयात्रा के आर्कषण
रथयात्रा में सबसे आगे ध्वजा चक्र चल रहा था जिसका सर्वाधिक महत्व होता है। यात्रा में 13 बग्गियां थी इसमें पाश्र्वनाथ कल्याणक के पात्र माता पिता, इन्द्र इन्द्राणी, प्रिया नन्दा, मंत्री जी, नगर सेठीजी, कोषाध्यक्ष, सेनापति, राज पुरोहित, घणीदार आदि पात्र बनकर श्रावक श्राविकाएं बैठे थे। रथयात्रा में एक हाथी, बडऩगर व रतलाम का बैण्ड और शाही करबा आर्कषण बढ़ रहे थे। अयोध्यापुरम् गुजरात के गुरूकुल के बालकों ने आचार्यश्री द्वारा तैयार करवाए गए स्काउट बैण्ड का भी प्रदर्शन किया। रथयात्रा के मार्ग में 12 स्थानो पर आर्कषण बड़ी रांगोलियां भी बनाई गई थी।
आज होगे यह आयोजन
25 जनवरी को प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन होगा। शुक्रवार को महामंगलकारी प्रतिष्ठा मूलनायक आदि जिन बिम्बों की प्रतिष्ठा होगी जिसके बाद सकल जैन समाज का स्वामीवात्सल्य भी होगा।
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निशान यात्रा 26 को एवं 27 को खाटू श्याम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
मन्दसौर नगर में कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी संस्था की संजीत रोड़ स्थित यश कॉलोनी में श्री खाटू श्याम मंदिर समिति मंदसौर द्वारा खाटू श्याम प्रेमियों के सहयोग से खाटू श्याम मंदिर का निर्माण करवाया गया है। शैलेन्द्रसिंह राठौर ने बताया कि इसमें 23 जनवरी से आवाहित देवताओं का पूजन प्रारंभ हो गया है। जिसका मुख्य आकर्षण 363 वर्षों से जारी सुरजगढ़ की निशान यात्रा होगी जो 26 जनवरी दोपहर 2 बजे को तलाई वाले बालाजी मंदिर से निकलेगी। यह निशान यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए नवनिर्मित खाटू श्याम मंदिर पहुंचेगी। जहां संध्या 4 बजे राजपूत समाज द्वारा कलश आरोहण पं. भीमाशंकर शर्मा के सानिध्य में सम्पन्न होगा। 27 जनवरी को प्रात: 9.10 बजे से खाटू श्यामजी की प्राण प्रतिष्ठा आचार्य रामानुज के सानिध्य में सम्पन्न होगी एवं संध्या 7 बजे से खाटू श्याम भजन संध्या आयोजित होगी।