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5 हजार मेट्रिक टन बिक गया, 2 हजार मेट्रिक टन ओर मिला यूरिया खाद

locationमंदसौरPublished: Nov 18, 2018 03:48:59 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

5 हजार मेट्रिक टन बिक गया, 2 हजार मेट्रिक टन ओर मिला यूरिया खाद

patrika

5 हजार मेट्रिक टन बिक गया, 2 हजार मेट्रिक टन ओर मिला यूरिया खाद

मंदसौर.
जिले में इन दिनों यूरिया खाद को लेकर किसान परेशान हो रहे है। खाद के लिए प्रतिदिन सोसायटियों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही है। लेकिन पर्याप्त मात्रा में खाद होने से कई किसानों को खाद के लिए निराश होना पड़ रहा है। अब तक जिले में करीब ५ हजार मेट्रिक टन का उठाव हो चुका है। वहीं २ हजार मेट्रिक टन यूरिया ओर जिले को प्राप्त हो चुका है। यहीं नहीं यूरिया खाद की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने भी उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। ऐसे में अब शीघ्र ही किसानों की खाद संबंधी समस्या खत्म हो जाएगी।


नीमच पहुंची खाद की रेक, मिला 1500 मेेट्रिक टन
अधिकारियों के अनुसार करीब ५०० मेट्रिक टन यूरिया खाद वर्तमान में स्टॉक में है। इसके अलावा नेशनल फर्टिलाइजर्स की खाद की रेक गतदिवस नीमच स्टेशन पर पहुंची है। ऐसे में १५०० मेट्रिक टन खाद मंदसौर को मिला है। इसके अलावा खाद की ओर मांग भी भेजी गई है। जब तक २ हजार मेट्रिक टन खाद खत्म होगा, तब तक भेजी गई मांग के अनुसार खाद उपलब्ध हो जाएगी।


रीलिज ऑर्डर जारी होने के बाद दो दिन का लगता है समय
जानकारी अनुसार यूरिया खाद के लिए अधिकांश सोसायटियोंं ने पहले से डिमांड नहीं की है। जब खाद के कट्टे गोदाम में कम हो जाते है तब जाकर सोसायटियां आरओ (रीलिज आर्डर) निकाल रही है। ऐसे में मुख्यालय से सोसायटी तक खाद पहुंचने में कम से २ दिन का समय लग जाता है। दीवाली पर्व के दौरान मजदूरो की समस्या भी बनी हुई थी। यही कारण है कि कई सोसायटियों पर किसानों को खाद के लिए कतार में लगकर परेशान होना पड़ा है। यदि रीलिज आर्डर ४-५ दिन पहले सोसायटियां जारी कर देती तो किसानों को परेशान नहीं होना पड़ता।


सुबह 7 बजे से ही लग गई थी कतार, 10 बजे वितरित हुआ खाद
निंबोद प्रतिनिधि के अनुसार वर्तमान में किसानों की फसलों के लिए यूरिया की अत्यंत जरूरत है। परंतु इसी समय सोसायटी पर यूरिया उपलब्ध नहीं हो पाता और किसान मजबूरन मार्केट से यूरिया लेने के लिए मजबूर होता है। मार्केट में यूरिया का दाम सडक़ 300 से 400 रुपए प्रति बैग मिलता है और यही यूरिया सोसायटियों में 270 रुपए प्रति बैग में मिलता है। सोसायटियों में यूरिया उपलब्ध नहीं होने की वजह से किसान मजबूरन 100 से १५० रुपए ज्यादा देकर यूरिया खाद खरीद रहे है। ग्राम निंबोद में शनिवार को यूरिया की एक ट्रक आई, ऐसे में खाद लेने के लिए किसानों ने सुबह 7 बजे से ही कतार लगाना चालू कर दी थी। सुबह 10 बजे तक लोगो की कतार रोड तक पहुंच गई। इससे रोड पर यातायात बाधित हुआ।
सुबह 10 बजे बाद एक किसान को दो कट्टे यूरिया खाद के देना शुरु किए गए तो करीब 40- 50 लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।


इनका कहना…
वर्तमान में जिले में ५ हजार मेट्रिक टन यूरिया का उठाव हो चुका है। साथ ही २ हजार मेट्रिक टन खाद ओर जिले को मिल चुका है। जहां भी किसानों की कतारें लग रही है वहां की सोसायटियों को खाद का आरओ स्टॉक खत्म होने से पहले भेजने के निर्देश दिए है। ताकि किसानों को समस्या ना हो। कलेक्टर द्वारा भी उच्चाधिकारियों को मांग अनुरुप खाद उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है।
– डॉ. एएस राठौर, उपसंचालक, कृषि विभाग, मंदसौर

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