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लहसुन के कचरे से भरी पड़ी मंडी, सफाई ठेकेदार पर मंडी प्रशासन मेहरबान

locationमंदसौरPublished: Nov 14, 2018 01:36:42 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

लहसुन के कचरे से भरी पड़ी मंडी, सफाई ठेकेदार पर मंडी प्रशासन मेहरबान

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लहसुन के कचरे से भरी पड़ी मंडी, सफाई ठेकेदार पर मंडी प्रशासन मेहरबान

मंदसौर.
शहर की कृषि उपज मंडी का प्रांगण बंपर उपज की आवक के साथ लहसुन के कचरे से भी भरा पड़ा है। हर और गंदगी और लहसुन का कचरा लोगों के लिए हर दिन की मुसीबत बन गया है। शहर में भले ही गंभीर बीमारियों ने दस्तक दी हो। मंडी में भले ही उपज की बंपर आवक हो रही हो, लेकिन मंडी प्रशासन मंडी सफाई पर ध्यान देने को तैयार नहीं। ठेके पर सफाई व्यवस्था को देकर अपनी जवाबदारी से मंडी प्रशासन मुक्त मान रहा है। इसी कारण लहसुन के कचरे से प्रांगण भरा पड़ा है तो यह कचरा पूरे प्रांगण में फैल रहा है। हर दिन हजारों किसानों से लेकर व्यापारी, तुलावटी व हम्मालों के साथ कई मजदूर अपना काम कर रहे है। जिस मंडी को आदर्श मानकर उदाहरण और बड़े दावें हर जगह किए जाते है। उस मंडी प्रांगण के हाल यहां की हकीकत बयां कर रहे है। तमाम दावें यहां आकर धराशाई हो रहे है। बावजूद मंडी प्रशासन सफाई ठेकेदार पर मेहरबान बना हुआ है। यहां कोई देखने वाला नहीं, इसलिए मंडी प्रशासन सफाई करवाकर यह कचरा भी नहीं उठवा पा रहा है। पत्रिका ने मंडी प्रांगण के हालात को स्केन किया तो अनेक जगह गंदगी के ढेर लगे है जो यहां की व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ा रहे है।


आवक के साथ गंदगी भी बंपर
इन दिनों मंडी में लहसुन-प्याज, सोयाबीन सहित अन्य जिंसों की बंपर आवक हो रही है। ऐसे में आवक के साथ ही लहसुन से निकलने वाला कचरा प्रांगण में बिखरा पड़ रहा है। एक नहीं अनेक जगहों पर लहसुन के कचरे से लेकर बोरों व कट्टों के ढेर लगे है। पग-पग पर किसानों से लेकर यहां आने वाले हर किसी को लहसुन के इन कचरे व गंदगी के ढेर का सामना करना पड़ता है। उपज के साथ ही गंदगी भी बंपर इस प्रांगण में हो रही है। जो किसानों के साथ मंडी में आने वाले सभी लोगों के लिए परेशानियों का कारण बनने के साथ बीमारियों का अंदेशा भी खड़ा कर रही है।


अवकाश के दिनों में नहीं होती सफाई
वैसे तो मंडी नियमित चालू रहती है और हर समय यहां किसानों की आवाजाही रहती है और उपज की आवक भी अधिक रहती है। और सफाई के काम में मंडी प्रशासन बहाना भी इसी का बनाता है, लेकिन अवकाश के दिनों में जब यहां विरानी छाई रहती है। उन दिनों में भी कचरे के इन ढेर को उठाने से लेकर यहां की सफाई करवाने में कोई रुचि नहीं दिखाता है।


1 लाख 36 हजार में दे रखा सफाई ठेका
मंडी समिति ने मंडी प्रांगण की सफाई का ठेका 1 लाख 36 हजार में दे रखा है। हर माह सफाई के नाम पर इतनी राशि व्यय करने के बाद भी मंडी प्रांगण में सफाई की व्यवस्था बदहाल है। जहां-तहां लहसुन के कचरे के ढेर लगे पड़े है तो हवा के साथ यह पूरे प्रांगण में फैल रहे है। इतना ही नहीं इन पर पानी लगने के साथ इनकी सड़ांध पूरे प्रांगण में फैल रही है। बावजूद मंडी प्रशासन प्रांगण की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं करवा पा रहा है। और पूरा मंडी प्रांगण ही लहसुन के कचर के ढेर का अड्डा बनकर रह गया है।


बढ़ती बीमारियों के बीच यहां कोई नहीं गंभीर
शहर सहित जिले में भले ही गंभीर बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। स्क्रब टाइफस, डेंगू, जीका वायरस व स्वाईनफ्लू जैसी जानलेवा बीमारियों की दस्तक के बीच मंडी प्रशासन प्रांगण की सुध लेने को तैयार नहीं है। पूरा प्रांगण गंदगी से पटा पड़ा है। बावजूद यहां सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रखा है। सफाई का ठेका देकर मंडी प्रशासन अपनी जवाबदारी ही मानों भूल गया हो।


प्रतिदिन होती सफाई
मंडी में प्रतिदिन सफाई होती है। हवा अधिक चलने के कारण कचरा प्रांगण में फैलता है और मंडी निरंतर चालू रहती है। इस कारण हर दिन कचरा भी हो जाता है। अलग-अलग जगह जो ढेर लगे है। उन्हें भी हर सप्ताह उठाया जाता है।
-ओपी शर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी, मंदसौर

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