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बढ़त वाले बूथ पर जवाब देने में आ रही भाजपा-कांग्रेस को अब परेशानी

locationमंदसौरPublished: Sep 16, 2018 03:00:20 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

बढ़त वाले बूथ पर जवाब देने में आ रही भाजपा-कांग्रेस को अब परेशानी

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बढ़त वाले बूथ पर जवाब देने में आ रही भाजपा-कांग्रेस को अब परेशानी

मंदसौर.
पांच वर्ष पहले जिन मुद्दो पर गरोठ- भानपुरा में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था, उनमें से कुछ समस्याएं हल नहीं होने से आमजन परेशान है। लोग इस बात को लेकर तैयार है कि जब नेता वोट मांगने आऐ तो वे सवाल करें कि पांच वर्ष में उनकी समस्या का हल क्यों नहीं हुआ। चुनाव आते ही बूथ पर भले भाजपा व कांग्रेस ध्यान दे रहे हो, लेकिन आमजन अपने सवालो को लेकर अब तैयार है।


गरीब व दलित वर्ग के वार्ड में समस्याएं
नगर के नीमथुर दरवाजा मार्ग, खटीक मोहल्ला, रामदेव जी का देवरा, नई आबादी रिसाला, पिंजारा मोहल्ला, माली मोहल्ला में विगत कुछ वर्षों में स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। गरीब व दलित वर्ग के अधिकांश लोग यहां निवासरत हैं इस और नगर परिषद की उदासीनता के चलते कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया। पेयजल समस्या, स्ट्रीट लाइट हमेशा बंद रहना, कीचड़ गंदगी रहना मुख्य समस्याओं से लोग जूझ रहे है।
बढ़त के बाद भी बूथों पर नहीं दिया किसी ने ध्यान
विगत विधानसभा चुनाव में बूथ क्रमांक 73 से कांग्रेस के उम्मीदवार सुभाष सोजतिया को सर्वाधिक मत 465 प्राप्त हुए थे एवं भाजपा को 369 मत प्राप्त हुए थे। इसके साथ ही बूथ क्रमांक 27 जो ग्राम सानडा में स्थित है यहां से भाजपा के स्व. राजेश यादव को सर्वाधिक मत प्राप्त हुए थे। वर्तमान में इन स्थानों पर विगत 5 वर्षों में व्याप्त स्थानीय समस्याओं का कोई विशेष निराकरण नहीं हो पाया है। इन क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्याएं गंदगी, कीचड़, स्ट्रीट लाइट की समस्याएं, पेयजल समस्या व भ्रष्टाचार समस्या प्रमुख है। इन समस्याओं को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया।

नीमथुर दरवाजा मार्ग, खटीक मोहल्ला, रामदेव जी का देवरा, नई आबादी रिसाला, पिंजारा मोहल्ला, माली मोहल्ला आदि में जनप्रतिनिधियों की भारी उदासीनता के चलते कई वर्षों से भारी समस्याएं व्याप्त है। यहां गरीब और दलित वर्ग के अधिकांश लोग निवासरत हैं जो नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। पिछले 1 वर्षों से भी अधिक समय से पेयजल योजना के चलते पूरा क्षेत्र खुदा पड़ा है। यहां पेयजल समस्या, स्ट्रीट लाइट हमेशा बंद रहना, कीचड़ गंदगी रहना मुख्य समस्याएं हैं। गरीब व दलित वर्ग के लोग निवास करते हैं ऐसे में लगातार उपेक्षा होती रही है।
– सुभाष बागड़ी, युवा समाजसेवी

ग्राम सानडा में भारी कीचड़ गंदगी की समस्याएं कई वर्षों से बनी हुई है। जन प्रतिनिधि वोट के समय ही ग्रामीणों को याद करते हैं एवं फिर इनको इनके हाल पर छोड़ देते हैं। भ्रष्टाचार भी चरम पर है ग्रामीणों को कोई भी कार्य बिना कुछ लिए दिए नहीं होता। विकास के नाम पर यह कुछ भी विशेष नहीं हुआ है।
– अल्केश मांदलिया

वार्ड में फर्शीकरण का कार्य शीघ्र ही होने वाला है। स्ट्रीट लाइट की समस्या है इसको लेकर लगातार मुख्य नगरपालिका अधिकारी को ठीक किए जाने को लेकर लिखित एवं मौखिक सूचनाएं दी गई है। पेयजल समस्या का लगभग समाधान हो चुका है, गरीब और दलित वर्ग के लोगों को शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने को लेकर लगातार प्रयास हो रहा है। पहले की अपेक्षा वर्तमान में वार्ड की स्थिति काफी ठीक है।
– पार्षद उदेयराम मेहर, क्षेत्रीय

प्रधानमंत्री सडक़ मैं जो नाला बना है वह ग्राम की सडक़ों से ऊपर है। ऐसे में पानी की निकासी प्रभावित होने से कीचड़ गंदगी की समस्या उत्पन्न हुई है। इसे शीघ्र ही ठीक कराया जा रहा है। ग्राम के शासकीय स्कूल प्रांगण में भारी गंदगी की समस्या है, यहां एक व्यक्ति द्वारा स्कूल की करीब डेढ बीमा जमीन पर अतिक्रमण भी कर लिया गया है। इसको लेकर लगातार उच्च अधिकारियों को बताए जाने एवं लिखित पत्र भेजे जाने के बाद भी समस्याओं का निदान नहीं हो पाया है। हितग्राहियों को शासन की योजनाओं की राशि इनके खाते में आती है ऐसे में भ्रष्टाचार की कोई बात नहीं है। सरपंच के अधिकार भी काफी सीमित होने से ग्राम पंचायतों में समस्याएं उत्पन्न हो रही है। जनसहयोग से पेयजल टंकी का निर्माण कार्य कराया गया है।
– समझकुंवर, सरपंच, ग्राम पंचायत सानड़ा

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