पहले लगाने पड़ते थे फोन
आईटी प्रभारियों के अनुसार वर्ष-२०१३ में भी स्थिति यह थी कि अधिकांश लोगो के पास मोबाईल सुविधा नहीं थी, ऐसे में कोई सूचना देने के लिए कार्यकर्ताओं को फोन लगाकर सूचनाएं देनी पड़ती थी। वर्तमान में गांव- गांव में प्रत्याशियों का जनसंपर्क जारी है, ऐसे में वाट्सअप गु्रप से जुडऩे के कारण अब हर पल की अपडेट कार्यकर्ताओं द्वारा गांवों से जिला मुख्यालय पर बनाए गए आईटी कार्यालयों तक पहुंचाई जा रही है। यहां से पल-पल की जानकारी व अपडेट भोपाल भेजा जा रहा है।
—
भाजपा –
भाजपा ने जिला मुख्यालय पर अपना वार रुम बनाया है। इसमें ४ कम्प्यूटर, मोबाईल फोन, प्रिंटर सहित अन्य संसाधन लगाए गए है। भाजपा के आईटी सेल प्रभारी महेश गुप्ता ने बताया कि करीब २ हजार कार्यकर्ताओ की टीम बनाई गई है। प्रत्येक मंडल स्तर पर १४ वाट्सअप गु्रप बनाए गए है। इसके अलावा ब्राडकॉस्ट पर भी सूचनाएं भेजी जा रही है। युवा मोर्चा के अलावा प्रकोष्ठो को भी गु्रपो से जोड़ा गया है। बूथ स्तर के सभी कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है। जिन कार्यकर्ताओ को वाट्सअप गु्रप चलाना नहीं आता है, उन्हें पंचायत स्तर पर बनाए गए ग्रुप से सूचना व संदेश भेजे जा रहे है। वॉट्सअप के अलावा फेसबुक, ट्विटर पर भी भाजपा सरकार की उपलब्धियों को बताया जा रहा है। सरकार की योजनाओं को भी कार्यकर्ताओ के माध्यम से सभी वाट्सअप गु्रपो में भेजकर मतदाताओं को बताया जा रहा है। कार्यकर्ताओं द्वारा भी अपडेट जानकारियां भेजी जा रही है, जो भोपाल तक प्रेषित की जा रही है।
—
कांग्रेस-
कांग्रेस ने जिला मुख्यालय पर अपना वार रुम बनाया है। इसमें ३ कम्प्यूटर के अलावा २ फोटो कॉपी मशीन एवं २ प्रिंटर भी लगाए गए है। कांग्रेस के आईटी सेल प्रभारी कमलेश सोनी (लाला) ने बताया कि करीब २ हजार कार्यकर्ताओं की टीम कांग्रेस द्वारा बनाई गई है। प्रत्येक विधानसभा पर ५०० कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के जरिए जोड़ा गया है। इसके अलावा ५० पदाधिकारियों का ग्रुप अलग से बनाया गया है, जिन्हें भी कार्यकर्ताओं के गु्रप से जोड़ा गया है। सभी कार्यकर्ताओं को अपडेट रहने के साथ ही पार्टी द्वारा की जा रही गतिविधियो को जिला मुख्यालय तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल सोशल मीडिया के माध्यम से शिवराज सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए झूठे वादों के बारे में बताया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को वाट्सअप गु्रप के माध्यम से अन्य गु्रपो में भी इसे भेजने के लिए कहा गया है। ताकि अधिक से अधिक मतदाता सच जान सकें। इसके अलावा फेसबुक, ट्विटर पर भी सूचनाएं व भाजपा सरकार की नाकामियों संबंधी जागरुकता संदेश दिए जा रहे है।