वहां फटकार लगाई तो नाराजगी जाहिर की है। विभागीय से जुड़े सुत्रों की माने तो एक माह में उपसंचालक को कार्य में सुधार लाने के निर्देश के साथ चेतावनी भी दी है। इतना ही नहीं अपने ऑफिस में चहेते कर्मचारियों को हटाते हुए उनके मूल दफ्तर में भेजने तक के निर्देश दिए गए है। कृषि मेले के ही मामले में एक दिन पूर्व भी जिला पंचायत की बैठक में सूचना नहीं देने की बात पर बखेड़ा खड़ा हुआ था। इसमें भी उपसंचालक ने सॉरी बोला था। हालांकि इन बातों से उपसंचालक तो सीधे तौर पर मना कर रहे है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
यह भी है बड़ी वजह
दरअसल सरकारी तीन दिवसीय कृषि मेले में ही प्रभारी मंत्री को सूचना नहीं देने के मामले की स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रभारी मंत्री से लेकर कृषि मंत्री तक को शिकायत भेजी और विभागीय अधिकारियों की शिकायत की। जिले में भाजपा के तीन विधायक है और सांसद और जिला से लेकर जनपद पंचायत अध्यक्ष भी भाजपा है। ऐसे में कांग्रेस की सरकार है। विभाग के अफसरों के सामने यह बड़ी परेशानी है कि कार्यक्रम में किसे बुलाए और किसे नहीं। मेला तो खत्म हो गया। लेकिन यह विवादों में घिर रहा है। मेले में किसानों की संख्या में कम ही रही और पहले जिला पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जताई तो इसी मामले में प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा और कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी कड़ा ऐतराज जताया है।
ऐसा कुछ नहीं हुआ है
पूरे मामले में विभाग के उपसंचालक एएस राठौर ने इन सभी बातों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। और कृषि मेले की जानकारी भेजी गई थी।
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यह भी है बड़ी वजह
दरअसल सरकारी तीन दिवसीय कृषि मेले में ही प्रभारी मंत्री को सूचना नहीं देने के मामले की स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रभारी मंत्री से लेकर कृषि मंत्री तक को शिकायत भेजी और विभागीय अधिकारियों की शिकायत की। जिले में भाजपा के तीन विधायक है और सांसद और जिला से लेकर जनपद पंचायत अध्यक्ष भी भाजपा है। ऐसे में कांग्रेस की सरकार है। विभाग के अफसरों के सामने यह बड़ी परेशानी है कि कार्यक्रम में किसे बुलाए और किसे नहीं। मेला तो खत्म हो गया। लेकिन यह विवादों में घिर रहा है। मेले में किसानों की संख्या में कम ही रही और पहले जिला पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जताई तो इसी मामले में प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा और कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी कड़ा ऐतराज जताया है।
ऐसा कुछ नहीं हुआ है
पूरे मामले में विभाग के उपसंचालक एएस राठौर ने इन सभी बातों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। और कृषि मेले की जानकारी भेजी गई थी।
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