सर्वे पूरा होते ही बिगड़े सुविधाघरों के हालात
पिछले ६ माह से नगर पालिका स्वच्छता अभियान में अव्वल आने के लिए शहर में बने इन सुविधाघरों से लेकर स्वच्छता के स्तर को सुधारने में लगी थी। और जनवरी में टीम के सर्वे पूरा जाने के बाद से ही स्वच्छता और सुविधाघरों का पुरान हाल हो गया। जैसे पहले थे, वैसे ही हो गए। कही पानी नहीं तो कही लाईट नहीं। कही सफाई नहीं तो कई संसाधन सिर्फ शोपीस बन गए। और पहले जहां दिन में तीन बार नपा का अमला इन्हें देखने आ रहा था। वहीं अब कई दिन बीतने के बाद भी यहां कोई देखने नहीं आता है। स्वच्छता के अलावा ओडीएफ प्लस व प्लस, प्लस में नंबर हासिल करने के लिए हाईटेक बनाया और संसाधन यहां जुटाए गए थे, लेकिन अब हाईटेक तो ठीक सफाई तक यहां नहीं हो पा रही है।
कही रैंप नहीं तो कही सेनेट्री पेड की मशीन पड़ी खाली
कही रैंप नहीं है तो कही बाहर रखे डस्टबीन टूटे है या भरे पड़े है। अंदर भी कही सेनेट्री पेड की मशीन खाली पड़ी है तो कही डिस्प्ले भी आधे-अधुरे है। पैरपोछ तो कही पर भी नहीं है। ओडीएफ प्लस में नंबर की जुगाड़ और टीम को दिखाने के लिए जहां सुविधाघर तमाम संसाधन व सुविधाओं से लैस थे, अब वहीं सुविधाघर जरुरी सुविधा और सफाई की बाट जोह रही है। विडबंना यह है कि नपा भी अब इन पर निगरानी नहीं कर रही है।
शहर के नरसिंहपुरा रोड क्षेत्र की सत्यनारायण कॉलोनी में बह रहे बड़े नाले के समीप बना सुविधाघर कॉम्प्लेक्स खुद बदहाल हो चुका है। यहां देखने के लिए पानी की टंकी तो ऊपर लगा रखी है और नीचे बेसिन भी, लेकिन टंकी में पानी ही नहीं है। सफाई के लिए चार्ट लगा रखा है, लेकिन अंदर से लेकर बाहर आसपास पूरे क्षेत्र में सफाई ही नहीं है। गंदगी से भरा पड़ा यह सुविधाघर लोगों के लिए दुर्गंध का कारण बन रहा है। डस्टबीन खुद टुटा पड़ा है। बिजली के तार और स्वच्छता के संदेश के लिए लगाए बोर्ड खुद झुल रहे है। यहां आने से पहले घर से पानी लाने और दुर्गंध से बचने के जतन करते हुए रहवासी यहां आ-जा रहे है। लोगों ने बताया कि कई दिनों तक इसकी सफाई करने कोई नहीं आता है।
जनकुपरा के समीप वार्ड १९ में स्थित कोलगर गली में बनी सुविधाघर के अंदर तो सबकुछ ठीक है। सफाई से लेकर डिस्प्ले और सेनेट्री पेड से लेकर सभी सुविधाएं है, लेकिन बाहर जो कचरे के लिए डस्टबीन लगा रखे है। उनमें कचरा उठाने कोई नहीं आता है। कचरे से भरे डस्टबीन यहां के हालात बया कर रहे है। लोगों ने बताया कि कई बार कई दिनों तक कोई नहीं आता। ऐसे में डस्टबीन कचरे से भरे पड़े ही रहते है।
मदारपुरा क्षेत्र में नाले के ऊपर ही सुविधाघर बना रखा है। यहां जाने वाले लोगों को नाले के पास होकर ही जाना पड़ता है। यह सुविधाघर खुद असुविधाओं का घर बन गया है। यहां लगे सुविधा के संसाधन शोपीस बने हुए है। ऊपर पानी की दो टंकिया रखी लेकिन उनमें कभी कोई पानी नहीं भरता। सुविधाघर के बाहर पानी की रखी खैर में से पानी लेकर लोग अंदर जाते है। इसके अलावा बिजली व्यवस्था की अस्थाई व्यवस्था के कारण विद्युत तार इधर-उधर झुल रहे है। बेसिन लगा है, लेकिन इसके नलों में कभी पानी नहीं आता। गंदगी का हर और आलम छाया हुआ है। पास में लगे डस्टबीन भी टुट चुके है।
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