ABVP के छात्र नेताओं ने प्रोफेसर को कहा देशद्रोही , प्रोफेसर ने छात्र नेताओं के पैर पकड़कर मांगी माफी
मंदसौरPublished: Sep 27, 2018 02:47:43 pm
छात्र नेताओं ने प्रोफेसर को कहा देशद्रोह, पैरों में पढक़र प्रोफेसर ने मांगी माफी
छात्र नेताओं ने प्रोफेसर को कहा देशद्रोह, पैरों में पढक़र प्रोफेसर ने मांगी माफी
मंदसौर. शहर के पीजी कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं जब ज्ञापन देने पहुंचे तब हंगामा खड़ा हो गया। ज्ञापन देने से पहले भारत माता की जय के नारें लगा रहे कार्यकर्ता को क्लास रुम में प्रोफेस दिनेश गुप्ता ने जब नारे लगाने से रोका तो छात्र नेता भडक़ गए और गुप्ता को देशद्रोही बता दिया। और कार्रवाई की मांग की। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि प्राचार्य खूद डरकर छात्रों के बीच पहुंचे और भारत माता के नारें लगाने लगे। बाद में बढ़ता मामला देख प्रोफेसर गुप्ता ने छात्र नेताओं के पैरों में पढक़र माफी मांगी।
इतना ही नहीं एबीवीपी के कॉलेज ईकाई अध्यक्ष राधे गोस्वामी ने प्रोफेसर को ही इन सबके लिए जिम्मेदार बताया और माइंड डिस्टर्ब होने की तक बात कही। एबीवीपी के प्रदर्शन के बीच प्रोफेसरों व छात्र नेताओं में तीखी बहस हो गई और जमकर नारेबाजी भी हुई। इसके बाद प्रोफेसर ने एक-एक छात्र नेतों के पैरों में गिरकर माफी मांगी। इतना ही नहीं यह घटनाक्रम देखते ही छात्र नेता कुछ समझ भी नहीं पाई और इधर-उधर हो गए, लेकिन प्रोफेसर ने कॉलेज गेट तक पहुंचकर एक-एक को पकडक़र उनसे माफी मांगी।
प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन
परिषद के पवन शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय में बीएससी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में करीब ३५० परीक्षार्थियों ने भाग लिया था। अब तक विश्वविद्यालय से परीक्षा परीणाम घोषित होने में कभी इतना समय नहीं लगा। इस बार लंबा समय बीत गया। मई में परीक्षा पूरी होने के बाद कई महीने बीत गए लेकिन परिणाम अब तक जारी नहंी किया गया है। इसे लेकर विद्यार्थियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। परिणाम अटकने के कारण विद्यार्थियों की आगे की तैयारियां प्रभावित हो रही है। उन्होंने परिणाम जारी नहीं करने के पीछे विश्वविद्यालय की लापरवाही बताते हुए कुलपति के नाम ज्ञापन सौंप तीन दिन में परीक्षा परीणाम घोषित करने की मांग की है। तीन दिनों में परिणाम घोषित नहंी होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान परिषद के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए महाविद्यालय में प्रदर्शन भी किया। प्राचार्य ने पदाधिकारियों को उनका ज्ञापन कुलपति तक भेजने की बात कही है और कुलपति से बात कर परिणाम जल्द घोषित करवाने के लिए प्रयास करने का भरोसा दिया है।