योजना की वर्तमान में यह है स्थिति
दीनदयाल रसोई योजना में ५ रुपए में भरपेट भोजन देने का काम किया जाता है। इसकी एजेंसी नपा है। नपा ने काम शहर में संस्था को दे रखा है। जो पिछले २ सालों से इस पर काम कर रही है। लेकिन इसके लिए सरकार से उन्हें सिर्फ गेंहू और चावला ही मिलता है और जगह नपा ने शहर में महाराणा प्रताप बस स्टैंड क्षेत्र में उपलब्ध करा रखी है। ऐसे में संचालक को गैस सिलेंडर से लेकर अन्य भोजन के सामान में व्यय होने के चलते घाटा हो रहा था। इसलिए अप्रैल के बाद भोजन देने का काम बंद कर दिया। अब फिर से शुरु करने के लिए नपा में आवेदन दिया है, लेकिन नपा ने अभी इस पर निर्णय नहीं किया है।
नुकसान के कारण कर दिया बंद
योजना के तहत संचालनकर्ता को शासन की और से गेंहू और चावल दिए जाते है। इसके अलावा अन्य व्यय उसी को वहन करना पड़ता है। और यहां भोजन करने आने वाले व्यक्ति को ५ रुपए में भरपेट भोजन करना होता है। ऐसे में शहर में इस योजना का संचालन करने वाली समिति केपीटल न्यू एरा एंड डेवलमेंट संस्था संचालन कर रही थी। पिछले दो साल से संस्था भोजन कराती आ रही है। इसमें प्रतिदिन २५० से ३०० लोग हर दिन यहां भोजन कर रहे थे। लेकिन मई माह से नुकसान के चलते बंद कर दिया था। ८० दिनों से इस योजना के तहत गरीब वर्ग के लोग जो भोजन करते है, उन्हें भोजन नहीं मिल रहा है।
फिर दिया है आवेदन
अप्रैल में समय पूरा हो गया था। इसके बाद चुनाव के चलते इसमें आगे कुछ हुआ नहीं था और आय से अधिक व्यय के कारण इसे बंद कर दिया था। फिर से नपा में आवेदन दिया है। वहां से आदेश होते, इसे फिर से शुरु करेंगे।-मनोज व्यास, संचालक